आवाज़ ए हिमाचल
कुल्लू, 12 जुलाई। हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ दल भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पूर्व मंत्री व हिमाचल भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष खिमी राम शर्मा मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला की मौजूदगी में नई दिल्ली में खिमी राम ने कांग्रेस का दामन थामा। इस मौके पर पार्टी के सह प्रभारी गुरकीरत सिंह व पूर्व मंत्री एवं हिमाचल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुधीर शर्मा भी मौजूद रहे।
दो बार विधायक रहे खीमीराम शर्मा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। धूमल सरकार में वन मंत्री पद भी संभाला। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में खीमी राम शर्मा का टिकट कटने के बाद से वह पूरी तरह से हाशिए पर थे। इसके बाद न तो सरकार ने पूछ की और न ही संगठन में कोई ओहदा दिया गया। ऐसे में अब उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया है। बंजार विधानसभा क्षेत्र में खीमी राम शर्मा की अच्छी पकड़ मानी जाती है।
गौर रहे कि खीमी राम का राजनीति में प्रवेश 1999 में हुआ था और 2000 में उन्होंने जिला परिषद सदस्य के लिए अपना पहला चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद वह जिला परिषद कुल्लू के अध्यक्ष के पद के लिए चुने गए। 2003 में उन्हें भाजपा से बंजार विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने का टिकट मिला और उन्होंने चुनाव जीता और 2007 में उन्होंने फिर से बंजार से चुनाव जीता और 2007 में उन्हें सर्वसम्मति से विधानसभा के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया । 2009 में उन्हें हिमाचल प्रदेश के भाजपा प्रमुख के रूप में चुना गया था। इसके बाद 2011 में वह राज्य कैबिनेट के सदस्य बने और हिमाचल प्रदेश के वन मंत्री के रूप में कार्य किया। वह प्रोफेसर प्रेम कुमार धूमल के विश्वासपात्र रहे हैं। 2012 के चुनाव में वह हार गए। इसके बाद 2017 में उनका टिकट कट गया था।
1 सितंबर 2021 को खीमी राम शर्मा ने अपने समर्थकों की मांग पर एक बैठक आयोजित की, जिसमें उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की। अब 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में वह बंजार से भाजपा की मुश्किल बढ़ा सकते हैं।