आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 23 फरवरी । हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का आगाज हंगामे के साथ हुआ है। कांग्रेस ने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के अभिभाषण के दौरान ही वॉकआउट कर दिया और नारेबाजी की। कांग्रेस विधायक जयराम सरकार को भेजो हरिद्वार को और जयराम तुम आराम करो… जैसे नारे लगाते हुए विधानसभा से बाहर निकले और मीडिया के सामने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण झूठ का पुलिंदा है।
इससे पहले, 11 बजे राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का अभिभाषण शुरू हुआ। डेढ़ घंटे तक राज्यपाल ने अभिभाषण दिया, लेकिन आधा समय विपक्ष नदारद रहा। आर्लेकर ने कहा कि राज्य सरकार ने कोविड की विकट परिस्थितियों से निपटते हुए बेहतरीन कार्य किए हैं। राज्य में वेंटीलेटर, आईसीयू बेड और ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करवाया गया। सेवा और सिद्धि के चार साल समृद्धि के रहे। हिमाचल ने प्राकृतिक खेती को अपनाया। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी प्रदेश सरकार की कार्यशैली की सराहना की है। राज्यपाल के अभिभाषण के बीच कांग्रेस विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने वाकआउट पर कहा कि विपक्ष राज्यपाल का सम्मान करता है परंतु इस दस्तावेज में शामिल तथ्यों से हम सहमत नहीं हैं। इस कारण से विपक्ष ने राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध कर वाकआउट किया है। किसानों, बागवानों और बेरोजगारों के लिए कुछ नहीं किया। लोगों के घरों में नल लगाए जा रहे हैं और नलों में जल नहीं आ रहा।
राज्यपाल के अभिभाषण के बाद भाजपा और कांग्रेस विधायक दल अगले दिन की रणनीति बनाएंगे।मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के चैंबर में चर्चा करेंगे। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में कांग्रेस विधायक भी विपक्ष की लॉन्ज में बैठक करेंगे। आज प्रश्नकाल नहीं होगा। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद आज की कार्यवाही संपन्न हो जाएगी।
यह 13वीं विधानसभा का 14वां सत्र है, जबकि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर 4 मार्च को अपने कार्यकाल का पांचवां बजट पेश करेंगे। चुनावी साल के चलते बजट सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं।