आवाज़ ए हिमाचल
जी डी शर्मा, राजगढ़। हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार खेलों के प्रति बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। यह बात अंतर्राष्ट्रीय धावक एवं आम आदमी पार्टी के खेल प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुनील शर्मा ने यहाँ जारी एक प्रेस बयान में कही।
सुनील शर्मा ने कहा कि वह पिछले 31 वर्षों से खेलों में भाग ले रहे हैं और चार बार राष्ट्रीय विजेता रहने के अतिरिक्त एक बार एशिया ओशियाना में कांस्य पदक जीत चुके हैं। वह चेरिटी के लिए भी दर्जनों बार दौड़ चुके हैं। इसके आलावा उन्होंने जिला, प्रदेश और देश का नाम पुरी दुनिया में रोशन किया है। उन्होंने कहा कि यह खेद का विषय है कि जिला सिरमौर में एक भी ट्रेक नहीं है। कोई भी ऐसा मैदान नहीं है जहाँ अभ्यास किया जा सके।
शर्मा ने कहा कि वर्तमान में वह 200 से अधिक बच्चों को प्रशिक्षण दे रहे हैं और एक सपना लेकर चल रहे हैं कि वे एशियाड, विश्व प्रतियोगिता, ओलम्पिक जैसी प्रतियोगिता में भाग लेकर देश के लिए मेडल जीत कर आएं, लेकिन जब मूलभूत सुविधाए ही नहीं होंगी तो खिलाड़ी कैसे तैयार होंगे। आज हिमाचल में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, उसे केवल तराशे जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने केद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से प्रश्न पूछा कि वे पुरे देश के खेल मंत्री हैं, लेकिन वह बताएं कि उन्होंने अभी तक प्रदेश के लिए क्या किया है? उन्होंने चुनावी मुद्दा बनाने के लिए एस्ट्रो ट्रफ़ की घोषणा के अतिरिक्त प्रदेश में खेलों के लिए कुछ भी नहीं किया। उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिल्ली ही ऐसी जगह है जहाँ खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए खेल विश्वविद्यालय खोला गया है। यदि हम चाहते हैं कि हम अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीते तो राजगढ़, नौहराधार, हरिपुरधार जैसे ऊँचाई वाले स्थानों में स्पोर्ट्स होस्टल खोले जाने चाहिए और अच्छे मैदान बनाए जाने चाहिए।