आवाज ए हिमाचल
15 जुलाई।हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को जल्द ही 300 प्रशिक्षित नर्सें मिलने जा रही हैं। इनकी भर्ती आउटसोर्स से की जा रही है। साक्षात्कार के बाद अब चयनित नर्सों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। इन नर्सों की तैनाती इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (आईजीएमसी), टांडा, हमीरपुर, नाहन, चंबा, नेरचौक तथा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल चमियाना में की जाएगी। हर मेडिकल कॉलेज में 40 से 50 नर्सों की नियुक्ति की जाएगी। हिमाचल प्रदेश के करीब 10,000 अभ्यर्थियों ने इन पदों के लिए साक्षात्कार दिए थे। राज्य मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद स्वास्थ्य विभाग ने तीन कंपनियों को टेंडर आवंटित किए हैं।विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानकों के अनुसार नर्स और मरीज का अनुपात 1:2 से लेकर 1:5 तक होना चाहिए। प्रदेश के अस्पतालों में 15 से 18 मरीजों पर एक स्टाफ नर्स तैनात है। वहीं, सीसीयू और आईसीयू जैसे गंभीर रोगी वार्डों में भी तीन से चार मरीजों पर एक नर्स काम कर रही है, जबकि आदर्श स्थिति में यह अनुपात 1:1 या 1:2 होना चाहिए।अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई गई है, लेकिन उसके अनुपात में नर्सिंग स्टाफ के पदों को नहीं बढ़ाया गया है। कई मेडिकल कॉलेजों के एक वार्ड में जहां 3 से 4 नर्सें होनी चाहिए, वहां केवल 1 या 2 नर्सें कार्यभार संभाल रही हैं, जिससे उन्हें छुट्टी तक नहीं मिल पा रही है।