आवाज़ ए हिमाचल
15 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के छह जिलों मंडी, सिरमौर, सोलन, कांगड़ा, बिलासपुर और चंबा में चल रहे स्वयं सहायता समूहों के कामकाज की मॉनीटरिंग अब ई शक्ति पोर्टल से होगी। समूहों के कामकाज में पारदर्शिता लाने को नाबार्ड ने डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया है। इस पोर्टल पर समूहों की बैठकों और वित्तीय लेन-देन का हर ब्योरा अपडेट होगा। इसे बैंक अधिकारी सहित जिला प्रशासन एक क्लिक से देख सकेंगे। इस नई व्यवस्था से छह जिलों के करीब साढ़े 12 हजार स्वयं सहायता समूहों का काम भी आसान होगा। समूहों के कामकाज से जुड़ी जानकारी रजिस्ट्ररों पर दर्ज करने से निजात मिलेगी।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक दिनेश रैना ने बताया कि छह जिलों के स्वयं सहायता समूहों का लेखा-जोखा अब ई शक्ति पोर्टल में दर्ज होगा। इसमें दर्ज डाटा बैंक और जिला प्रशासन भी देख सकेंगे। स्वयं सहायता समूह हर महीने के लेन-देन को इस ऑनलाइन पोर्टल पर अपलोड करने के लिए नाबार्ड अतिरिक्त स्टाफ भी रखेगा। अंदरूनी और बैंक के लेन-देन के लिए समूहों की ऑटोमैटिक ग्रेडिंग होगी। इसे जिला प्रशासन भी देख पाएगा।
समूहों के ऋण के आवेदन बैंक के पास खुद ही पहुंच जाएंगे। बैंक शाखा मैनेजर को समूहों की निगरानी के लिए एक आईडी दी जाएगी। हर समूह का ऑनलाइन बहीखाता हर समय तैयार रहेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में करीब पचास हजार स्वयं सहायता समूह हैं। चयनित छह जिलों के साढ़े 12 हजार समूहों ने इस नई व्यवस्था से अभी तक 90 फीसदी तक ऋण प्राप्त कर लिया है। अन्य समूहों ने 20 से 25 फीसदी तक ही ऋण प्राप्त किया है। देश भर में यह नई व्यवस्था सफल रही है। अब प्रदेश के छह जिलों में इसे पूरी तरह से लागू किया जा रहा है।