आवाज़ ए हिमाचल
09 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश के चार नगर निगमों धर्मशाला, पालमपुर, मंडी और सोलन के चुनाव में 64.06 फीसदी महिलाओं ने बाजी मारी है। महिलाओं के लिए पचास पद आरक्षित रखे गए थे। इसके अलावा महिलाओं ने ओपन वार्डों से भी जीत दर्ज की है। निगम चुनाव में 64 पार्षदों में से 41 महिलाएं चुनकर आईं हैं। पुरुष पार्षदों की संख्या 23 रही। धर्मशाला नगर निगम में 12, पालमपुर में नौ, सोलन में 11 और और मंडी में नौ महिलाएं पार्षद बनी हैं। राज्य चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार नवनिर्वाचित पार्षदों में से पांच ने दसवीं कक्षा भी पास नहीं की है। 17 उच्च माध्यमिक, 12 मैट्रिक, 17 स्नातक और 13 स्नातकोत्तर हैं। शैक्षणिक योग्यता के हिसाब से सोलन में तीन और धर्मशाला में दो पार्षद मैट्रिक से कम पढ़े हैं। स्नातकोत्तर पार्षद मंडी में सबसे अधिक आठ, पालमपुर में तीन और सोलन में दो हैं। धर्मशाला नगर निगम में कोई भी पार्षद स्नातकोत्तर नहीं है। एक पार्षद बीपीएल से भी है। 47 पार्षदों का परिवार एपीएल में हैं। 64 पार्षदों में से 11 पार्षद टैक्स दे रहे हैं, जबकि पांच पार्षद टैक्स नहीं दे रहे हैं। धर्मशाला और सोलन में साठ वर्ष की आयु से अधिक के एक-एक पार्षद पर जनता ने भरोसा जताया है। चार नगर निगमों में कांग्रेेस के 29 और भाजपा के 28 पार्षदों जीते, जबकि सात निर्दलियों ने जीत दर्ज की। कांग्रेस का जीत प्रतिशत 45.31 और भाजपा का 43.75 प्रतिशत रहा है। आजाद चुनाव जीतने वाले पार्षदों का प्रतिशत 10.94 रहा है। सामान्य श्रेणी के 17, अनुसूचित जाति (महिला) से सात, अनुसूचित जाति (ओपन) से पांच, अनुसूचित जनजाति (महिला) से छह, अनुसूचित जनजाति से (ओपन) एक, ओबीसी महिला वर्ग से छह, ओबीसी से (ओपन) पांच, महिला (अन्य) से 14, अनुसूचित जाति (पुरुष) दो और अनुसूचित जनजाति (पुरुष) वर्ग से एक पार्षद जीता।
धर्मशाला में कांग्रेस को मिले ज्यादा वोट जबकि सोलन में भाजपा ने मारी बाज़ी
परिणामों में कई दिलचस्प आंकड़े सामने आए हैं। हार के बावजूद सोलन में भाजपा को और धर्मशाला में कांग्रेस को ज्यादा वोट मिले हैं। धर्मशाला में भाजपा को कुल 34.14 प्रतिशत मत मिले, जबकि कांग्रेस को 34.58 फीसदी वोट मिले। सोलन में भाजपा ने हार के बावजूद मत प्रतिशतता में बढ़त बनाई है। यहां 17 वार्डों में भाजपा को 44.44 प्रतिशत, जबकि कांग्रेस को 43.18 प्रतिशत मत मिले। यहां कांग्रेस ने नौ सीटें हासिल कर नगर निगम पर कब्जा जमाया है। पालमपुर में कांग्रेस मत प्रतिशत में दस प्रतिशत आगे रही है। पालमपुर में कांग्रेस को 45 प्रतिशत तो भाजपा को 35 प्रतिशत मत मिले हैं। मंडी में भाजपा को 45.54 प्रतिशत और कांग्रेस को 31 प्रतिशत वोट मिले हैं।
प्रदेश में चार नगर निगमों के चुनाव संपन्न होने के बाद अब यह तय हुआ है कि मंडी, सोलन और पालमपुर में मेयर का पद अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित होगा, जबकि धर्मशाला में सामान्य वर्ग से मेयर बनेगा। इसकी अधिसूचना प्रदेश सरकार ने जारी कर दी है। प्रधान सचिव शहरी विकास विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक मेयर का पद ढाई साल के लिए आरक्षित रहेगा। चुनाव आयोग ने वार्ड पहले ही आरक्षित किए थे। उसी हिसाब से मेयर का पद आरक्षित किया गया है। चारों नगर निगमों में मेयर पद के लिए विजय पार्षदों में होड़ मच गई है।