आवाज़ ए हिमचाल
शिमला, 13 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश पुलिस कॉन्स्टेबल की लिखित परीक्षा पर विवाद खड़ा हो गया है। सोशल मीडिया पर दो दिन से व्हाट्सएप-चैट का एक वीडियो वायरल हो रहा है। 3 मिनट 24 सेकेंड का यह चेट लिखित परीक्षा से तीन दिन पहले 24 मार्च का है, जिसमें कुछ अभ्यर्थी पैसों के लेन-देन से पुलिस कॉन्स्टेबल की नौकरी पाने की बात कर रहे हैं और चैट सीक्रेट रखने की बात कर रहे हैं।
चैट वायरल होने के बाद कुछ अभ्यर्थी हिमाचल सरकार और पुलिस महकमे से इसकी निष्पक्ष जांच और जांच पूरी होने तक नियुक्ति पर रोक की मांग कर रहे हैं। चैट करने वाले युवक सोलन जिला के पिपलूघाट के बताएं जा रहे हैं। अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले ही पेपर लीक होने का शक है। सच्चाई क्या है इसका पता वायरल हो रहे चैट की जांच से चल पाएगा।
कुछ अभ्यर्थी निष्पक्ष जांच की मांग के लिए बीते सोमवार IG-APT (आर्म पुलिस ट्रेनिंग) के पास भी गए थे। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्हें बीते कल हिमाचल पुलिस महानिदेशक (DGP) संजय कुंडू से मिलने नहीं दिया गया। इसलिए वह आज मुख्यमंत्री से मिलने की कोशिश करेंगे।
वहीँ इस मामले में डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस की लिखित परीक्षा में पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा गया था। यदि कोई लिखित परीक्षा में पास न हो और उसके बाद पूरी व्यवस्था पर सवाल उठाए तो यह खेदजनक है। योग्यता ही भर्ती का आधार है। भर्ती में पूरी तरह पारदर्शिता बरती गई है। उन्होंने इस मामले में लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया।
गौर रहे कि प्रदेश में गत 27 मार्च को कांस्टेबल के लिए 1334 पदों के लिए लिखित परीक्षा हुई थी।