आपराधिक मामले में बचाने के लिए मांग रहा था रिश्वत
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला, 14 जुलाई। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला स्थित सदर थाने के एक सब इंस्पेक्टर काे विजिलेंस की टीम ने 50 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी इंस्पेक्टर एक आपराधिक मामले में महिला के भाई को बचाने की एवज में रिश्वत मांग रहा था। गुप्त सूचना पर स्टेट विजिलेंस और एंटी करप्शन ब्यूरो ने दबिश देकर कार्रवाई की है।
जानकारी के मुताबिक बुधवार काे विजिलेंस की टीम काे सूचना मिली की सदर थाने का सब इंस्पेक्टर कृष्ण लाल एक मामले में रिश्वत मांग रहा है। गुप्त सूचना के आधार पर स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम सदर थाना पहुंची। यहां पर सब इंस्पेक्टर के कमरे में जैसे ही पहुंची, आरोपी रिश्वत के पैसे के साथ मौजूद था। माैके पर ही टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी सब इंस्पेक्टर कृष्ण लाल पुत्र स्व. थेबार राम निवासी गांव भंवर, PO मलोह, थाना सुंदरनगर, जिला मंडी का रहने वाला है। विजिलेंस SP अंजुम आरा ने पुष्टि करते हुए कहा कि सब इंस्पेक्टर काे रिश्वत के मामले में गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही आरोपी को अदालत में पेश किया जाएगा। आरोपी की बहन दिल्ली की रहने वाली है, जिसने सब इंस्पेक्टर द्वारा 50 हजार रिश्वत मांगें जाने की जानकारी दी थी।
जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता महिला के भाई को आपराधिक मामले से बचाने की एवज में सब इंस्पेक्टर ने रिश्वत की मांग की गई थी। आरोपी द्वारा गिरफ्तारी को भी टाला जा रहा था। आरोपी इस मामले में जांच अधिकारी था। बड़ी बात ये है कि स्टेट विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सदर पुलिस थाना के IO रूम में दबिश देकर पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने PC (Amended) Act, 2018 PS, SV&ACB Shimla के तहत मामला दर्ज किया है।
दूसरों के केस सॉल्व करने वाली शिमला की स्मार्ट पुलिस के हालत ये हैं कि सदर थाने के अंदर ही रिश्वत का ये खेल चल रहा था, लेकिन इसकी पुलिस के बड़े अधिकारियों को भनक तक नहीं थी। सदर थाने में पुलिस उस समय हक्का बक्का रह गई, जब विजिलेंस की टीम इन्वेस्टिगेशन रूम में पहुंची। यहां पर आरोपी को रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा और उसे गिरफ्तार करके ले गई।