आवाज़ ए हिमाचल
लाहौल-स्पीति। पहाड़ी रास्तों के बीच सफर के शौकीन सैलानियों और आम लोगों के लिए राहत भरी खबर है। हिमाचल पथ परिवहन निगम का केलांग डिपो दो जून से देश के सबसे लंबे और ऊंचाई वाली रूट लेह-दिल्ली के बीच बस का संचालन करेगा। निगम प्रबंधन को जिला प्रशासन से अनुमति मिलते ही लेह के लिए बस संचालन शुरू होगा। जिला प्रशासन ने एक जून से मनाली-सरचू-लेह सड़क को सभी वाहनों के खोलने की अनुमति दी है। बशर्ते, उस ओर परिस्थितियां अनुकूल रहें।
गौर रहे कि पिछले वर्ष 15 जून को दिल्ली-मनाली-सरचू-लेह के लिए बस सेवा शुरू हुई थी। इस बार समय से पहले बस शुरू होगी। इससे निगम के नाम एक नया रिकॉर्ड बनेगा। लेह से दिल्ली 1,026 किलोमीटर का सफर यात्री मात्र 1,740 रुपये में कर सकेंगे। 30 घंटे की अवधि वाले इस रूट पर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश व लेह लद्दाख घूमने का अवसर मिलता है। इस बार देश-विदेश के पर्यटक जून के शुरुआती दिन में ही लेह-दिल्ली के बीच बस के रोमांचक सफर का आनंद लेंगे। एचआरटीसी केलांग डिपो के क्षेत्रीय प्रबंधक अंशित शर्मा ने बताया कि अगर एक जून को सरचू होते हुए लेह के लिए सभी वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाती है। ऐसे में दो जून से दिल्ली-लेह के बीच बस सेवा शुरू कर दी जाएगी।
30 घंटों के सफर में दर्रों का आनंद लेंगे यात्री
मनाली-लेह सड़क पर यात्री 16,500 फीट ऊंचे बारालाचा, 15,547 फीट नकिल्ला, 17,480 फीट तंगलांगला और 16, 616 फीट ऊंचे लाचुंग दर्रे के खुबसूरत नजारों से रूबरू होंगे। पिछले वर्ष इस रूट पर सितंबर में बस सेवा बंद हो गई थी। अब दो जून से बस सेवा दोबारा शुरू होगी।
तीन चालक और दो परिचालक देते हैं सेवाएं
लेह-दिल्ली रूट पर निगम के तीन चालक और दो परिचालक सेवाएं देंगे। लेह से चलने पर पहला चालक बस को केलांग पहुंचाता है। दूसरा केलांग से सुंदरनगर व तीसरा चालक सुंदरनगर से दिल्ली तक अपनी सेवाएं देगा। इसमें दो परिचालक सेवाएं देते हैं। पहला परिचालक लेह से केलांग तक तो दूसरा केलांग से दिल्ली तक यात्रियों के साथ रहेगा।