: एक वर्ष से बन्द पड़ा है यह पुल
: आम आदमी की आवाजाही में बंद पड़ा पुल बन रहा परेशानी का सबब
: एन.एच.ए.आई. के विरूद्ध कर रहें हैं रोष प्रकट
आवाज ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। हिमाचल तथा पंजाब को जोड़ने वाला कंडवाल स्थित चक्की पुल लगातार एक वर्ष से चर्चा का विषय बना हुआ है तथा आम आदमी के लिए भी परेशानी का सबब बना हुआ हैं।लोग लगातार एनएचएआई के विरूद्ध रोष प्रकट कर रहे हैं। आज अंतराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के प्रदेश सह निदेशक राजेश पठानियां की अध्यक्षता में एक जनसमूह चक्की पुल पर पहुंचा तथा रोष प्रकट किया। उन्होंने कहा कि आम जनता की सुविधा के लिए इस पुल को शीघ्र कम से कम दोपहिया वाहनों के लिए खोल दिया जाए।जिससे रोजमर्रा के कार्यों के लिए आम लोगों को सुविधा मिल सके। बासा बजीरा प्रधान उदय पठानियां और कंडवाल पंचायत प्रधान नरेंद्र भी इस रोष प्रदर्शन में मौजूद रहे।उदय पठानिया ने कहा कि एक वर्ष से इस पुल की रिपेयर का काम चला हुआ था जिसमे करोड़ों रुपये फूंकने के बाद भी परिणाम पूरी तरह शून्य रहा।आज आम जनता का सब्र का बांध टूट चुका है क्योंकि इस क्षेत्र के ज्यादातर छात्र पढ़ने के लिए पठानकोट जाते है और उन्हें 25 किलोमीटर अतिरिक्त सफर का सामना करना पड़ता है। वहीं एमरजेंसी में किसी मरीज को अगर पठानकोट ले जाना पड़े तो वो क्या पहले प्रशासन से मंजूरी लेगा।
उन्होंने कहा कि इस तरह के फैंसले बहुत हास्यप्रद है और पन्द्रह सितम्बर का समय उन्होंने एन.एच.ए.आई. के अधिकारियों को दिया है और अगर उसके तब तक कोई संतोषजनक कार्रवाई अमल में नहीं लाई जाती तो वो एनएच को जाम करने से भी गुरेज नहीं करेंगे।