आवाज़ ए हिमाचल
नालागढ़। हिमाचल के सोलन स्थित औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने नकली दवा बनाने वाले गिरोह को पकड़ा। आरोपी की पहचान मोहित बंसल पुत्र विनोद बंसल निवासी आगरा के रूप में हुई है। जो कि नामी कंपनियों के नाम पर बद्दी में दवा बनाकर बेचने का काम करता था। मुख्य आरोपी के साथ दो अन्य लोगों को भी पकड़ा है।
ड्रग विभाग ने इस कंपनी को सीज करने के साथ सारी मशीनरी व सामान को कब्जे में ले लिया है। बद्दी के हनुमान चौक के पास एक अवैध तरीके से एक प्लाट में नकली दवा बनाने वाली यह कंपनी चली हुई थी। कार्रवाई के दौरान यहां पर आधा दर्जन से अधिक प्रकार की दवाइयां ड्रग विभाग को मिली हैं। ये सभी दवाइयां बाहरी राज्यों को सप्लाई होती हैं।
ट्रेजिल फोरमुलेशन के नाम से कंपनी चलाई हुई थी। सबसे बड़ी बात यह है कि बिना किसी एनओसी से कंपनी चलाई गई थी। ड्रग विभाग की टीम ने सभी मशीनों और तैयार दवाइयों को कब्जे में ले लिया है। कंपनी को सीज कर लिया है। उद्योग, बिजली और प्रदूषण विभाग की परमिशन के बिना यह कंपनी चल रही थी। हैरानी की बात यह है कि इसकी भनक आज तक किसी विभाग को नहीं लगी। यह मामला सामने आने के बाद इन विभागों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
ड्रग विभाग की टीम ने पहले एक कार से दवाई पकड़ी वहां से इनके गोदाम से पहुंचे और बाद में जहां पर निर्माण हो रहा था उसे भी सीज कर दिया है। इस मामले में मोहित बंसल, अजय कौशल और अदुल गुप्ता को गिरफ्तार किया है। इन तीनों लोगों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इस मामले में और भी आरोपी हो सकते हैं। ड्रग विभाग इसकी छानबीन कर रहा है। उधर, ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने कंपनी में रखी मशीनरी और सामान कब्जे में लेने के बाद कंपनी को सीज करने की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस मामले की छानबीन की जा रही है। अन्य लोग भी इस मामले में शामिल हो सकते हैं।