आवाज़ ए हिमाचल
शिमला/कुल्लू, 3 मई। हिमाचल प्रदेश में जल शक्ति विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और जल रक्षकों की छुट्टियों पर सरकार ने पांच महीने तक रोक लगा दी है। गर्मियों के मौसम में पेयजल किल्लत न हो, इसके लिए यह फैसला लिया गया है।
विशेष परिस्थिति में ही इन्हें अवकाश मिलेगा। इसकी सूचना संबंधित अधिकारी और जल रक्षक को पहले उच्च अधिकारियों को देनी होगी। अवकाश मई से सितंबर तक नहीं मिलेगा। सरकार के निर्देश के बाद जलशक्ति विभाग के अधिकारी और कर्मचारी फील्ड में उतर आए हैं।
गर्मियों का मौसम शुरू होते ही प्रदेश में कई जगह पेयजल स्रोत सूख गए हैं। इससे शहरी और ग्रामीण इलाकों में पेयजल संकट गहरा गया है। जिला कुल्लू के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के भोला राम, सरण, केशव राम, डोले राम, भीमसेन, यादव कुमार और सुजाता सिंह ने बताया कि पानी का संकट गर्मी से गहरा गया है। ग्रामीण कई किलोमीटर दूर बावड़ियों से पानी लाने आ रहे हैं। लाहौल-स्पीति जैसे दुर्गम क्षेत्रों में ट्रैक्टरों से पानी पहुंचाया जा रहा है।
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि विभाग के अधिकारियों से लेकर जल रक्षकों की छुट्टियों पर बरसात तक रोक लगा दी है। इन्हें आपात स्थिति में ही अवकाश मिलेगा। अधिकारियों और कर्मचारियों को फील्ड पर जाने के निर्देश दिए हैं। जिन क्षेत्रों में पानी की किल्लत है, अधिकारियों से वहां समस्या दूर करने को कहा है।