हिमाचल: जमीनी विवाद को लेकर पड़ोसियों पर दागी गोलियां; मां-बेटे ने तोड़ा दम, 2 अन्य घायल

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आवाज़ ए हिमाचल 

सुजानपुर। उपमंडल सुजानपुर के तहत बीड़ बगेहड़ा में जमीनी विवाद के बीच पूर्व सैनिक ने आपा खोते हुए गोलियोंं की बौछार कर दी। गोलियां लगने से मां-बेटे की मौत हो गई है, जबकि दो अन्य घायल हुए हैं। गोलीकांड की सूचना मिलने के बाद क्षेत्र में दहशत मच गई। वहीं, पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची तथा आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। गोलियां के छर्रे लगने से घायल हुए दो लोगों को सुजानपुर अस्पताल में प्राथमिक उपचार देने के बाद मेडिकल कालेज हमीरपुर रैफर कर दिया है। जमीनी विवाद में हुए खूनी खेल दो लोगों की जीवन लील लिया। गोलीकांड की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची। आरोपी गोली चलाने वाले पूर्व सैनिक को गिरफ्तार कर लिया है। घटनास्थल पर पुलिस को बंदूक भी मिली है, जिसे कब्जे में ले लिया गया है।

 जानकारी अनुसार थाना सुजानपुर के तहत आने वाली ग्राम पंचायत बगेड़ा में शुक्रवार शाम करीब पांच बजे गोलियां चलने की आवाज आई। आवाज सुन कर लोग घबरा गए। पता चला है कि चंचल सिंह जमवाल जो कि सेना में सेवानिवृत्त हुए हैं उन्होंने अपनी बंदूक से मकान की छत पर चढक़र अपने निकटतम पड़ोसी परिवार पर गोलियों की बौछार कर दी। एकाएक उसने कई गोलियां दागी, जिससे पड़ोसी परिवार के अजीत सिंह, उसकी पत्नी विमला देवी, उसका बेटा करण व उनकी बहू ममता घायल हो गए। बाद में विमला देवी व उसके बेटे करण ने दम तोड़ दिया। गोलियों की आवाज सुनकर लोग एकत्रित हो गए।

मौके पर पंचायत प्रधान पहुंची तथा उन्होंने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। इसी दौरान स्थानीय लोगों ने गंभीर रूप से घायल करण और उनकी माता विमला को सिविल अस्पताल सुजानपुर पहुंचाया। सिविल अस्पताल सुजानपुर में तैनात खंड स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर राजकुमार ने बताया कि इस गोलीकांड में करण की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई थी, जबकि गंभीर रूप से घायल विमला देवी को मेडिकल कालेज हमीरपुर में रैफर किया गया है तथा महिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अजीत सिंह और उनकी बहू पत्नी ममता घायल हैं। उन्हें प्रथम उपचार देने के बाद मेडिकल कालेज रैफर किया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि लड़ाई झगड़े का कारण जमीनी विवाद रहा है। मृतक और आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं। लंबे समय से जमीनी विवाद था। जमीनी विवाद के मामले न्यायालय में भी विचाराधीन हैं।

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