आवाज़ ए हिमाचल
मंडी। हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। 22 अप्रैल 2023 यानि आज अक्षय तृतीया का पर्व है। इस तिथि पर भगवान विष्णु के सभी दस अवतारों में छठे अवतार माने गए, और भगवान परशुराम की जयंती भी मनाई जाती है। वहीं छोटी काशी मंडी में भी ब्राह्मण सभा द्वारा भगवान परशुराम जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई।
इस मौके पर ब्राह्मण सभा द्वारा हवन यज्ञ भी किया गया। इसके उपरांत आरती वंदन कर, ब्राह्मण सभा के सभी सदस्यों ने पूर्ण आहुति डाली। इस मौके पर पुजारी पूर्णचंद मोदगिल ने बताया कि भगवान परशुराम ने अत्याचारी राजाओं का अंत कर धरती पर धर्म की स्थापना की। उन्होंने कहा कि मंडी में भी हर साल भगवान परशुराम की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। इस वर्ष भी ब्राह्मण सभा द्वारा भगवान परशुराम की जयंती पर हवन यज्ञ का आयोजन किया।
हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम का जन्म प्रदोष काल में हुआ था और ये 8 चिरंजीवी पुरुषों में से एक हैं। भगवान परशुराम महर्षि जमदग्नि और रेणुका की संतान हैं। परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया पर किया गया दान-पुण्य कभी क्षय नहीं होता। अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण ही भगवान परशुराम की शक्ति भी अक्षय थी। 8 चिरंजीवियों में भगवान परशुराम भी आते है जो आज भी इस कलयुग में विचरण कर रहे हैं।