50 से 400 रुपए का लग रहा चूना
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश की कुछ मंडियों में आढ़तियों ने लूट का नया तरीका खोजा है। खासकर टेंपरेरी मंडियों में आढ़ती प्रति पेटी 2 किलो की काट कर रहे हैं। इससे प्रति पेटी सेब बागवानों को 50 से 400 रुपए तक का चूना लग रहा है। यह नुकसान सेब के रेट पर निर्भर करता है। APMC एक्ट में 2 किलो काट का प्रावधान नहीं है। इसे देखते हुए मार्केटिंग बोर्ड ने भी 2 किलो की काट नहीं करने को लेकर निर्देश दे रखे हैं। कुछ आढ़ती इसकी परवाह किए बगैर 2 किलो की काट करके सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखा रहे हैं। इससे बागवान लुटता जा रहा है। सोलन मंडी में सेब बेचने आए बागवान राजेंद्र जंदेब और राकेश ने 2 किलो की काट को बागवानों के साथ धोखा बताया और इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की।
जिस कार्टन के नाम पर 2 किलो काटे जा रहे है, उसका वजन भी 2 किलो से कम है। वहीं कार्टन समेत इसमें इस्तेमाल होने वाली ट्रे की कीमत 80 से 125 रुपए के बीच बनती है। बागवान जब सेब को मंडियों में बेचता है तो कार्टन भी सेब के साथ देता है, इसी में आढ़ती या लदानी सेब को ट्रांसपोर्ट कर दूसरी मंडियों में ले जाते हैं।
इसलिए बागवान से 2 किलो की काट वैध नहीं है। अन्य फसलों के लिए 2 किलो की काट की जाती है, लेकिन तब बारदाना बागवानों को वापस किया जाता है।