मार्सोनिना बीमारी से एक महीने पहले झड़ गई पत्तियां
आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। हिमाचल प्रदेश में प्रकृति ने इस बार सेब बागवानों की कमर तोड़ कर रख दी है। सेब बगीचों में मार्सोनिना बीमारी के प्रकोप से पत्तियां एक महीने पहले ही झड़ गई। इससे न सेब का साइज बन पाया और न ही क्वालिटी फ्रूट। नतीजा यह हुआ कि उत्पादन आधा रह गया। बागवानों को 1000 करोड़ रुपए से भी ज्यादा का नुकसान आंका जा रहा है। प्रदेश के बागवान हर साल तीन से चार करोड़ पेटी औसत सेब की पैदावार करते थे, लेकिन इस बार अब तक 1.43 करोड़ पेटी ही मंडियों तक पहुंच पाई है, जबकि अधिकांश क्षेत्रों से सेब सीजन खत्म हो गया है। कुल मिलाकर इस बार पौने दो या दो करोड़ पेटी के बीच उत्पादन सिमट सकता है। प्रोडक्शन गिरने की सबसे बड़ी वजह साइज न बनना और फ्लावरिंग के बाद अच्छी सेटिंग न होना है।