आवाज़ ए हिमाचल
सिरमौर, 18 मई। जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के तहत माजरा में ज्ञानवापी मस्जिद मामले के बाद हिंदू देवी देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करने पर दो समुदाय के बीच खासा बवाल हो गया। पुलिस थाना के बाहर भी देर रात तक नारेबाजी व धरना प्रदर्शन होता रहा। माहौल शांत करवाने के लिए पुलिस व प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
दरअसल ज्ञानवापी मस्जिद मामले के बाद बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा पांवटा साहिब ब्लाक के अध्यक्ष नसीम नाज ने शिवलिंग पर टिप्पणी की थी। इसके साथी अरमान मलिक उर्फ उर्फ महबूब ने उस पोस्ट पर कमेंट किया था। जिसके बाद विवाद भड़का। जिसके बाद हिंदू संगठनों के लोगों ने मंगलवार शाम को एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद देर शाम को पुलिस ने पांवटा साहिब भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष नसीम नाज तथा अरमान मलिक उर्फ महबूब को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
इसी के विरोध में मुस्लिम समुदाय के लोग भारी संख्या में रात को माजरा पुलिस थाना के बाहर एकत्रित हुए तथा उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। इसी दौरान दूसरी तरफ हिंदू संगठन के लोग भी एकत्रित हो गए। जिससे माहौल वहां पर काफी तनावपूर्ण हो गया। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पुलिस को भारी संख्या में तैनात कर दिया गया। इसी दौरान वहां पर मुस्लिम समुदाय के युवकों ने तलवारें भी लहराईं तथा देश विरोधी नारे भी लगाए।
इसी दौरान वहां पर एसपी व डीसी तथा नाहन के विधायक डाक्टर राजीव बिंदल भी पहुंच गए।डीसी व एसपी के हस्तक्षेप के बाद मामले को शांत किया गया। पांवटा साहिब बीजेपी अध्यक्ष अरविंद गुप्ता ने रात 1:00 बजे अल्पसंख्यक मोर्चा ब्लॉक के अध्यक्ष नसीम नाज को तत्काल उसके पद से बर्खास्त कर दिया तथा जब तक पुलिस जांच चल रही है तब तक उसकी बीजेपी ने सदस्यता भी रद कर दी है।
एसपी ओमापति जम्वाल ने कहा कि मामले में उचित कार्रवाई की जा रही है।