आवाज ए हिमाचल
13 सितंबर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मणिपुर का दौरा किया। दो साल पहले भड़की हिंसा के बाद यह उनका इस पूर्वोत्तर राज्य का पहला दौरा था। उन्होंने चुराचांदपुर में करीब सात हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी और जनसभा को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार मणिपुर के लोगों के साथ खड़ी है। उन्होंने भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में एकत्रित हुई भीड़ का आभार जताया और सड़क मार्ग से यात्रा के दौरान लोगों द्वारा मिले स्वागत को भावुक क्षण बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मणिपुर की धरती आशा और आकांक्षाओं की धरती है, लेकिन दुर्भाग्य से हिंसा का साया इस पर पड़ा। उन्होंने राहत शिविरों में रह रहे प्रभावित लोगों से मुलाकात का जिक्र करते हुए भरोसा दिलाया कि राज्य में शांति और विकास का नया सवेरा उग रहा है।उन्होंने कहा कि शांति किसी भी विकास की जड़ है। पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर के कई विवाद सुलझाए गए हैं और लोगों ने शांति का मार्ग चुना है। हाल ही में पहाड़ी और घाटी क्षेत्रों के विभिन्न समूहों से समझौतों के लिए बातचीत हुई है, जो संवाद, सम्मान और आपसी समझ पर आधारित है। उन्होंने सभी संगठनों से अपील की कि वे शांति के रास्ते पर आगे बढ़ें।पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर की हिम्मत और हौसले का देश सम्मान करता है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार लगातार राज्य को विकास के रास्ते पर तेजी से ले जाने की कोशिश कर रही है। कनेक्टिविटी को लेकर उन्होंने कहा कि सैकड़ों गांवों तक सड़कें पहुंचाई गई हैं, राष्ट्रीय राजमार्गों पर हजारों करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और जीरीबाम-इंफाल रेलवे लाइन जल्द ही राजधानी को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ देगी।प्रधानमंत्री ने बताया कि मणिपुर में अब तक 60,000 से अधिक पक्के मकान बन चुके हैं, जिससे हजारों परिवारों को सम्मानजनक जीवन मिला है। जल जीवन मिशन के तहत यहां साढ़े तीन लाख घरों तक नल से जल पहुंचाया गया है। स्वास्थ्य सेवाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि चुराचांदपुर में मेडिकल कॉलेज बन चुका है और पीएम-देवाइन योजना के तहत पांच पहाड़ी जिलों में आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। आयुष्मान भारत योजना से अकेले मणिपुर में 2.5 लाख से ज्यादा मरीजों को मुफ्त इलाज मिला है।पीएम मोदी ने कहा कि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। उन्होंने विश्वास जताया कि मणिपुर भी इस विकास यात्रा का हिस्सा बनेगा।इससे पहले प्रधानमंत्री ने चुराचांदपुर के शांति मैदान में जातीय हिंसा से विस्थापित लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने उनकी चिंताओं को सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार राज्य में शांति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है। मई 2023 में हिंसा भड़कने के बाद 260 से अधिक लोग मारे गए और 60,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए, जिनमें करीब 40,000 कुकी और 20,000 मैतेई समुदाय के लोग शामिल हैं। इनमें से कई लोग आज भी राहत शिविरों में कठिन परिस्थितियों में रह रहे हैं। सरकार कौशल विकास कार्यक्रमों के जरिये उनके जीवन स्तर को सुधारने की कोशिश कर रही है।