हारचक्कियां में 10 वर्षीय बच्चे की सर्पदंश से मौत, मां-बाप का इकलौता सहारा था नक्श 

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आवाज ए हिमाचल

शाहपुर। शाहपुर के चंगर क्षेत्र में एक हफ्ते में 2 लोगों की सर्पदंश से मौत हो गई। तीन दिन पहले मनेई में एक शिक्षक की मौत हुई थी और आज हारचक्कियां में एक 10 वर्षीय बच्चे को सांप के काटने से माँ बाप का इकलौता सहारा छिन गया।आपको बता दें कि हारचक्कियां निवासी नक्श धीमान सुपुत्र पवन की सांप के काटने से मौत हुई है। परिजनों ने वताया की नक्श सुबह जब विस्तर से उठा तो उसकी सांस घुटने लगी और उसके ओंठ नीले ही गए थे। उनकी नजर कान पर पड़ी तो वहां सांप के काटने का निशान देखा तो तुंरन्त गाड़ी करके दुराना अस्पताल लेकर गए, लेकिन लपियाना, लंज, दुराना, कुठेड़ में रात्रि सुविधा न होने के चलते उन्होंने शाहपुर अस्पताल बच्चे को लेकर जा रहे थे कि छतड़ी में ही उसने दम तोड़ दिया।

वहीं पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया तथा पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा गया। परिजनों को मलाल है कि आज चंगर क्षेत्र में रात्रि चिकित्सा सुविधा होती तो शायद बच्चे की जान बच जाती।

मृतक के चाचा केवल धीमान ने वताया कि कितने वर्षों से क्षेत्रवासियों की मांग थी कि चंगर क्षेत्र में रात्रि चिकित्सा सुविधा दी जाए। लेकिन आज तक चंगर क्षेत्र के लोगों को ये सुविधा नहीं मिली।

वहीं, पंचायत प्रधान हारचक्कियां तिलक राज ने गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि आज तक कई सरकारें आई और चली गई, लेकिन चंगर क्षेत्र में लंज से कुठेड़ तक कोई भी सरकार रात्रि चिकित्सा सुविधा देने में विफल रही। उन्होने सरकार से मांग उठाई है कि चंगर क्षेत्र में रात्रि चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए, ताकि किसी ओर के घर का चिराग न बुझे।

 

 

 

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