आवाज ए हिमाचल
7 जनवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार सुबह पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Western Dedicated Freight Corridor) के 306 किलोमीटर लंबे रेवाड़ी-मदार रेलखंड का वर्चुअल उद्घाटन किया। इससे दिल्ली-मुंबई इंडस्टियल कॉरिडोर से जुड़े राज्यों में प्रस्तावित निवेश क्षेत्रों का विकास तेज होगा और मेक इन इंडिया अभियान को पंख लगेंगे। मिली जानकारी के मुताबिक, पूरा ट्रैक बिछने में एक वर्ष का समय लगेगा, लेकिन पीएम मोदी इसके एक खंड के उद्घाटन के दौरान जिस मालवाहक ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, वह देश के लिए गर्व की बात होगी, क्योंकि यह दुनिया की पहली डबल स्टैक लांग कंटेनर इलेक्टिक ट्रेन होगी। पीएम द्वारा हरी झंडी दिखाने के बाद यह डेढ़ किमी लंबी ट्रेन न्यू रेवाड़ी-न्यू किशनगढ़-न्यू मदार के बीच दौड़ने लगी है। इससे माल ढुलाई सस्ती होगी और यात्री गाड़ियां कम समय में अधिक दूरी तय कर सकेंगी।
उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में पीएम मोदी ने लोगों को नव वर्ष की शुभकामना दी। इसी के साथ उन्होंने देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के अभियान का जिक्र करते हुए सबसे पहले किसानों के खाते में रुपए ट्रांसफर करने की बात भी कही। इस दौरान पिछले कुछ दिनों में हुए लोकार्पण का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने 100वीं किसान रेल की जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि 306 किमी लंबे वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर का लोकार्पण हुआ है। नव वर्ष में आगाज अच्छा तो अच्छा रहेगा।
मेड इन इंडिया वैक्सीन बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि भारत ने कोरोना संकट में बेहतर काम किया है। उन्होंने कहा कि हम न रुकेंगे न थकेंगे और तेजी से आगे बढ़ेंगे। हर किसी को इन परियोजनाओं पर गर्व है। मालगाड़ियों की औसत स्पीड तीन गुना बढ़ी है। यह परियोजना गेम चेंजर है। पहली डबल स्टैक कंटेंनर ट्रेन बड़ी उपलब्धि है। भारत इस क्षमता वाले गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है। इसके लिए रेलवे के साथियों को बधाई।
पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन एनसीआर के साथ-साथ हरियाणा व राजस्थान के किसानों के लिए एतिहासिक है। पूर्वी कॉरिडोर ने परिणाम देने शुरू कर दिए हैं। इसके साथ पंजाब से खाद्यान्न व झारखंड से कोयला लाना आसान हुआ। इसका लाभ गरीब किसानों को भी होगा। छोटे और बड़े उद्योगपति लाभान्वित होंगे। इससे अर्थ व्यवस्था को भी गति मिलेगी। पीएम ने यह भी कहा कि सड़क, इन्टरनेर, बिजली, पानी, घर, स्वच्छता और स्वास्थ्य को लेकर अभियान चल रहा है। उन्होंने संबोधन में यह भी कहा कि इस कॉरिडोर से उद्योगों को लाभ होगा। आज हमें वैश्विक स्तर पर खुद को आगे रखना है। मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी पर जोर दिया जा रहा है। दुनिया भारत की ओर देख रही है।
डीएफसी) बनने से पूरे दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र में माल की आवाजाही सुगम व सस्ती हो जाएगी। इससे मौजूदा रेलवे ट्रैक पर संचालन भार कम होगा, जिससे यात्री गाड़ियों की स्पीड बढ़ाना भी संभव हो सकेगा। वेस्टर्न डीएफसी राजधानी दिल्ली को आर्थिक राजधानी मुंबई से जोड़ेगा। यह डबल लाइन गलियारा पूरी तरह विद्युतीकृत होगा। इससे खाद, खाद्यान्न, नमक, कोयला, लोहा, स्टील व सीमेंट जैसी जरूरी वस्तुएं कम समय में गंतव्य तक पहुंचेगी। इस कॉरिडोर की ट्रैक सामान्य से अधिक क्षमता की रहेगी। एक अनुमान के अनुसार वर्तमान में रेलवे द्वारा ढोया जा रहा 70 फीसद सामान इन दोनों गलियारों पर शिफ्ट हो जाएगा।