आवाज़ ए हिमाचल
13 जुलाई । हरियाणा में बिजली संकट से बचने के लिए सरकार की ओर से बिजली चोरों पर की गई सख्ती की योजना कारगार साबित हुई है। कार्रवाई का असर ये है कि अचानक ही बिजली की मांग में एक करोड़ यूनिट की गिरावट दर्ज की गई है। छापेमारी से पहले जहां 25.54 करोड़ यूनिट की खपत चल रही थी। अब पिछले दो दिनों से यह मांग घटकर 24.50 करोड़ यूनिट रह गई है।
बढ़ती मांग को देखते हुए सरकार ने पहाड़ी राज्यों को उधार में दी गई 250 मेगावाट बिजली भी वापस लेनी शुरू कर दी थी। बावजूद इसके रोजाना मांग बढ़ती चली गई। 7 जुलाई को प्रदेश में बिजली की मांग रिकॉर्ड 12,125 मेगावाट तक पहुंच गई। प्रदेश की क्षमता 12,187 मेगावाट रोजाना की है।