आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर/नादौन। हमीरपुर जिले में ब्यास और इसकी सहायक नदियों के साथ लगे 16 स्टोन क्रशर विभाग ने बंद कर दिए हैं। प्रदेश में आई आपदा के बाद सरकार ने फैसला लिया था कि ब्यास या उसकी सहायक नदियों के साथ सभी स्टोन क्रशर बंद होंगे, क्योंकि आपदा के दौरान सबसे ज्यादा नुक्सान ब्यास या इसकी सहायक नदियों के साथ ही हुआ है। हमीरपुर जिले में वर्तमान में 26 स्टोन क्रशर चल रहे थे, लेकिन इनमें से 16 स्टोन क्रशर अब बंद हो गए हैं, जिसके चलते अब जिले में सभी निर्माण कार्य लगभग रुक जाएंगे।
हमीरपुर जिले में बंद हुए 16 स्टोन क्रशरों में पुंग खड्ड के 4 क्रशर, बाकर के 2, कुनाह खड्ड के 6, शुक्कर खड्ड में 1 और मान खड्ड में 3 क्रशर बंद हुए हैं। सरकार अब इन स्टोन क्रशरों को दोबारा खोलने से पहले एक कमेटी गठित करेगी, जिसमें एनआईटी के इंजीनियर, खनन विभाग के अधिकारी व पॉल्यूशन बोर्ड के सदस्यों सहित अन्य तकनीकी लोगों को शामिल किया जाएगा। यह कमेटी अध्ययन करेगी कि ब्यास नदी व इसकी सहायक नदियों में चल रहे स्टोन क्रशरों से कितना नुक्सान हुआ है। उसके बाद ही अब सरकार उक्त स्टोन क्रशरों को खोलने के बारे में अगला निर्णय लेगी।
वहीं खनन निरीक्षक हरविंद्र सिंह ने जिले में चल रहे सभी स्टोन क्रशरों के बिजली कनैक्शन काट दिए हैं, जिससे अब ये क्रशर खनन नहीं कर सकेंगे। स्टोन क्रशरों के बंद होने से क्रशर मालिकों के साथ-साथ आम लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। स्टोन क्रशर मालिकों के लिए जहां कर्ज की किस्तें निकालना मुश्किल हो जाएंगी, वहीं आम जनमानस को निर्माण कार्य के लिए रेत-बजरी उपलब्ध नहीं हो पाएगी। इसके अलावा स्टोन क्रशरों के साथ जुड़े अन्य लोगों जैसे क्रशर मालिक, ट्रैक्टर ट्राली मालिक, जेसीबी मालिक तथा मजदूरी करने वालों के साथ-साथ चालकों को रोजी-रोटी के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
जिला खनन विभाग के अधिकारी हरविंद्र सिंह ने बताया कि सरकार के अगले आदेशों तक स्टोन क्रशरों की नियमित निगरानी की जाएगी तथा जो भी इस आदेश का उल्लंंघन करता पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने बताया कि हमीरपुर जिले में ब्यास नदी और इसकी सहायक नदियों के साथ लगे 16 क्रशर 25 अगस्त शाम से ही बंद कर दिए हैं।