आवाज़ ए हिमाचल
..सन्नी मैहरा
30 अक्टूबर।उपायुक्त डीसी राणा ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार आगामी 2 से 4 नवंबर तक गंगा उत्सव-2020 का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन के तहत जिले में भी स्वच्छता, जल संरक्षण और संवर्धन को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इन कार्यक्रमों के आयोजन की रूपरेखा को लेकर जिला के सभी विभागों के जिला और कार्यालय प्रमुखों को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिला के नगर निकाय भी अपने आसपास के क्षेत्रों के अलावा नदी किनारे स्वच्छता अभियान चलाएंगे।
स्वच्छ गंगा राष्ट्रीय अभियान के तहत 2 से 4 नवंबर तक पूरे देश में वर्चुअल प्लेटफार्म पर गंगा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत विभिन्न तरह की गतिविधियों को शामिल किया गया है। जिसमें संगीत और नृत्य प्रदर्शन, गंगा पर आधारित फिल्म की स्क्रीनिंग, गंगा क्विज के अलावा जल संरक्षण से जुड़े विशेषज्ञों के साथ इंटरेक्शन भी रहेगा।
2 नवंबर से आयोजित होने वाले इस उत्सव के दौरान हरेक दिन अलग-अलग गतिविधियों का आयोजन होना है जो www.gangautsav.in लिंक पर उपलब्ध रहेगा। मुख्य वेबसाइट www.nmcg.nic.in के फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब लिंक के साथ जुड़ कर भी इन गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
2 नवंबर के कार्यक्रम में जहां प्री गंगा उत्सव, कहानी जंक्शन, गंगा फिल्म फेस्टिवल और गंगा डायलॉग और जायका गंगा किनारे वाला शामिल रहेंगे। वहीं 3 नवंबर को गंगा उत्सव का उदघाटन केंद्रीय जल शक्ति राज्य मंत्री करेंगे। इस दिन गंगा वेबसाइट की लॉन्चिंग होगी और नमामि गन्गे गान बनाने व स्क्रीनिंग करने वाले त्रिचूर ब्रदर्स के साथ बातचीत भी शामिल रहेगी।
3 नवंबर को ही अन्य कार्यकम के अलावा कबीर कैफे का म्यूजिक कंसर्ट्स रहेगा जबकि सदगुरु जग्गी वासुदेव का संदेश भी इस दिन देखा जा सकता है।
4 नवंबर को पहले और दूसरे दिनों के कार्यक्रमों की गतिविधियों की पुनरावलोकन रिपोर्ट के अलावा केंद्रीय जल शक्ति मंत्री की उपस्थिति में गंगा चौपाल, प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर की प्रस्तुति और वसवति मिश्रा और उनके समूह की नृत्य प्रस्तुति भी रहेगी। इन तीनों दिन विभिन्न तरह की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
इनके साथ वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से जुड़कर चंबा जिला के लोग भी उत्सव का हिस्सा बन सकते हैं। उपायुक्त ने लोगों से आह्वान भी किया कि वे अपने आसपास के परिवेश को साफ सुथरा रखने के अलावा अपने समीप के नदी अथवा नाले के किनारे कूड़े कचरे को साफ करने की दिशा में भी अपनी सहभागिता निभाने को लेकर आगे आएं।