आवाज़ ए हिमाचल
हमीरपुर। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार ने सरकारी स्कूलों में ज्यादा से ज्यादा वोकेशनल कोर्स शुरू करने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। इस सकारात्मक पहल को धरातल पर उतारने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने प्रदेश शिक्षा निदेशालय को सभी स्कूलों में प्रमुखता के आधार पर वोकेशनल कोर्स शुरू करने के आदेश जारी किए हैं। आदेशों को अंजाम देते हुए सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों को अब एकैडमिक शिक्षा के साथ-साथ रोजगारपरक शिक्षा पर बल देना स्कूल मुखियों की जिम्मेदारी बन गया है। जिससे स्कूली शिक्षा के बाद उन्हें रोजगार के लिए भटकना न पड़े। 9वीं से 12वीं कक्षा तक लिए जाने वाले यह वोकेशनल कोर्स 4 साल के लिए इंटीग्रेटड होंगे।
स्किल बेस्ड कोर्स के जरिए नौकरी के विकल्प जल्द
शिक्षा निदेशालय का तर्क है कि इन स्किल बेस्ड कोर्स के जरिए नौकरी के विकल्प जल्दी मिलते हैं तथा इन कोर्सों का खर्च भी कम होता है। सनद रहे कि पहले हमीरपुर जिला में कुल 52 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू किए गए थे लेकिन अब शिक्षा मंत्रालय ने हमीरपुर जिला में 11 और स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू करने के लिए मंजूरी प्रदान कर दी है। यह मंजूरी हिमाचल शिक्षा निदेशालय के प्रस्ताव भेजने के बाद शिक्षा मंत्रालय की बोर्ड ऑफ डायरैक्टर की मीटिंग में मिली है। अब हिमाचल में बेहतर शिक्षा के खिताब के लिए जाने जाना वाला हमीरपुर जिला वोकेशनल कोर्सों के लिए भी शुमार हो गया है।
इन स्कूलों में शुरू होंगे, यह होगा फायदा
जिला हमीरपुर के 11 नए स्कूलों में शुरू हुए वोकेशनल कोर्सों में राजकीय सीनियर सैकेंडरी स्कूल खरवाड़, बडैहर, परोल, दांदड़ू, बधानी, ऊहल, कक्ड़ियार, सेरा, चोड़ू, व करोट इत्यादि स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू किए गए हैं, जिनमें रिटेल मैनेजमैंट, एग्रीकल्चर, टैलीकॉम, आईटी, पलंबरिंग, होटल मैनेजमैंट एंड कैटरिंग टैक्नोलॉजी, फूड प्रोडक्शन एंड विवरेज सॢवसेज इत्यादि कोर्स सम्मिलित हैं। शिक्षा विभाग सेे मिली जानकारी के अनुसार यह सभी कोर्स आईटीआई एक्वलैंट होंगे। प्रशिक्षण के बाद डाईट के माध्यम से विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी मुहैया करवाए जाते हैं।
63 तक पहुंचा आंकड़ा : डीपी चौधरी
जिला प्रोजैक्ट अधिकारी समग्र शिक्षा एवं प्रधानाचार्य डाईट डीपी चौधरी ने बताया कि पहले जिला में 52 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू किए गए हैं। अब 11 और स्कूलों में वोकेशनल कोर्स मिलने से आंकड़ा 63 तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षा निदेशालय का प्रयास है अधिक से अधिक स्कूलों में वोकेशनल कोर्स शुरू हों जिससे विद्यार्थियों को रोजगार के लिए ज्यादा भाग दौड़ न करनी पड़े।