आवाज़ ए हिमाचल
सरकाघाट। पुलिस ने सरकाघाट की गैहरा पंचायत के रोपड़ी गांव निवासी जगदीश का शव हत्या के 46 दिनों के बाद शुक्रवार सुबह एक नाले में दबा हुआ गली-सड़ी हालत में बरामद किया। यह नाला मंडी और बल्ह थाना की सीमा पर गांव जगरोह, पीओ लोअर लोट, तहसील कोटली (मंडी)में स्थित है। मृतक तीन अक्तूबर से लापता चल रहा था। इसकी लापता होने की शिकायत उसकी पत्नी ने 14 अक्तूबर को सरकाघाट थाना में दर्ज करवाई थी। इस दौरान 17 अक्तूबर को आरोपी ने खुलासा किया कि उसने अपने साथी की चार अक्तूबर को हत्या कर शव को नाले में दफना दिया था।
जगदीश चंद की पत्नी कृष्णी देवी ने अपनी शिकायत में बताया था कि उसका पति जगदीश चंद बालम राम और प्रकाश चंद के साथ कबाड़ इकट्ठा करने का काम करता है और वह अपने घर से तीन अक्तूबर से लापता है। पत्नी ने जब बालम राम से अपने पति की जानकारी ली तो उसने बताया कि वह पालमपुर की तरफ गया था और जब उसने उसके मोबाइल फोन पर बात की तो वह बंद पाया गया। पत्नी के बार-बार पूछने पर वह कई बहाने बनाता रहा।
पीड़िता ने अपनी शिकायत एसपी कार्यालय मंडी में दी तो एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने डीएसपी सरकाघाट को टीम का नेतृत्व करने के लिए प्रतिनियुक्त किया। पुलिस द्वारा बालम राम निवासी चंदैश से सख्ती पूछताछ करने उसने सारी कहानी उगल दी और अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उसकी चार अक्तूबर को जगदीश के साथ बहस हुई थी। इसी बीच मारपीट के दौरान वो बेहोश हो गया। उसे तुरंत अस्पताल लेकर गया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। डर के मारे उसने रास्ते में गांव जगकरोह के एक नाले में शव को छिपा दिया।
डीएसपी कुलदीप धीमान ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कालेज नेरचौक भेज दिया गया है। पुलिस मामले की आगामी जांच कर रही है। एसपी शालिनी अग्निहोत्री ने कहा कि आरोपी को आईपीसी की धारा-302 के तहत हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है। एसपी मंडी, डीएसपी सरकाघाट व आईओ एसआई राकेश ने आरएफएसएल टीम के साथ घटनास्थल का दौरा किया और साक्ष्य एकत्र किए है।