आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
19 मई।श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों में लंबे समय से सेवाएं दे रहे सफाई कर्मचारियों का भविष्य अंधकार में है । इस वर्ग के लिए सरकार की ओर से न तो कोई नीति है और न ही कोई भविष्य सुरक्षा, ऐसे हालातों यह सफाई कर्मचारी कहां जाएं। यह बात श्री नैना देवी जी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले स्वास्थ्य संस्थानों में सफाई कर रहे सफाई कर्मचारी सीएचसी घवांडल से सफाई कर्मचारी गुड्डू राम व अजय कुमार, पीएचसी टोबा से जसवीर, गुरू का लाहौर से सुनीता देवी, सलोआ से कर्मचंद, स्वारघाट से संजीव कुमार, तरसूह से रणजीत सिंह पीएचसी बैहल से संतोश कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि उन्हें रोगी कल्याण समिति की ओर से रखा गया है तथा तय हुआ था कि वे दिन में दो घंटे काम करेंगे। लेकिन बाद में समय चार घंटे हो गया। इस काम के लिए उन्हें बहुत कम मानदेय मिलता है।
जिससे उनका व परिवार का पालन पोषण बहुत मुश्किल हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में सरकार एक ओर उन्हें कोरोना वाॅरियर की संज्ञा से नवाजती है जबकि दूसरी ओर उनका भविश्य पूरी तरह से अंधकार में है। उन्होंने बताया कि वे कोविड-19 के दौरान भी दिन रात कोविड सेंटरों में डयूटी देते हैं लेकिन जान को जोखिम में डालकर भी उन्हें कुछ हासिल नहीं होता। इन लोगों का कहना है कि यदि उन्हें कुछ हो जाता है तो पीछे उनका परिवार सड़कों पर आ जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बारे में उन्होंने अपने केंद्र प्रभारियों को भी इस समस्या के बारे में अवगत करवाया लेकिन कोई कार्यवाही आज तक अमल में नहीं लाई गई है।
इस वर्ग ने प्रदेश मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर तथा स्वास्थ्य मंत्री राजीव कुमार सहजल से विनती की है कि समाज के इस वर्ग के बारे में सोचे तथा उनके वेतनमान में बढ़ोतरी कर उनके भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए किसी स्थायी नीति का निर्माण करें ताकि वे भी समाज में सम्मान का जीवन यापन कर सकें।