आवाज ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। हिमाचल प्रदेश स्वास्थ्य निदेशक की शक्तियों व अधिकारों को छीनकर अतिरिक्त निदेशक को दिए जाने का हिमाचल प्रदेश मेडिकल ऑफिसर्ज संघ ने कड़ा एतराज जताते हुए प्रदेश सरकार के इस निर्णय की कड़ी आलोचना की है।
संघ की जिला कांगड़ा इकाई के अध्यक्ष डॉ. सन्नी धीमान, उपाध्यक्ष डॉ. उदय तथा प्रेस सचिव डॉ. अमनदीप ने एक संयुक्त हस्ताक्षरित प्रेस बयान में कहा इस आदेश में लिखा गया है कि स्वास्थ्य निदेशक अपने ज्ञान को राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों को क्रियान्वित करने में प्रयोग कर पाएगी। इस आदेश से न केवल स्वास्थ्य विभाग के उच्च पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है, अपितु राज्य के सभी चिकित्सा अधिकारियों की भावनाओं का भी अपमान किया है।
संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि संघ की लम्बे समय से मांग रही है कि प्रोफेशनल व टेक्निकल विभाग होने के कारण विभाग के सभी प्रशासनिक पद प्रोफेशनल लोगों के पास होने चहिए, परन्तु इस फैसले से जाहिर हो रहा है कि हमारे प्रशासनिक व प्रमोशनल पदों को हथियाने का प्रयास किया जा रहा है, जो संघ को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं है।
डॉ. सन्नी, डॉ. उदय व डॉ. अमनदीप का कहना है कि इस आदेश में यह भी साफ झलकता है कि व्यक्ति व्यवसाय ज्ञान का प्रयोग राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के क्रियान्वन में करेगा, इसलिए संघ हमेशा से मांग उठाता आया है कि नेशनल हेल्थ मिशन का एमडी भी हमारे प्रोफेशनल चिकित्सक को मिलना चाहिए, जिससे राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम सुचारू रूप से चल सकें।
संघ ने चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि यदि स्वास्थ्य निदेशक की शक्तियां और अधिकार बहाल नहीं किए गए तो संघ संघर्ष का मार्ग भी अपना सकता है।