आवाज़ ए हिमाचल
13 मई। स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड ड्यूटी के बाद क्वारंटाइन न करने के सरकार के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन टांडा इकाई के अध्यक्ष डॉक्टर अंकुर गौतम और सचिव डॉक्टर सचिन शर्मा ने कहा स्वास्थ्य कर्मी एक साल से इस महामारी में अपना पूरा योगदान दे रहे हैं और पीपीई किट में ड्यूटी देना हमें मानसिक, शारीरिक रूप से थका दे रहा है।
हालांकि सरकार ने अपनी अधिसूचना में लिखा है कि स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं दो डोज वैक्सीन के लग गए हैं। लेकिन यह देखा गया है कि उसके बाद भी कई स्वास्थ्य कर्मी कोविड पॉजीटिव आ रहे हैं।इस कारण घर में रहने वाले अन्य परिवार वालों को जिनको यह वैक्सीन नहीं लगी है, उन्हें बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है जो हमारे मानसिक तनाव को और बढ़ा दे रहा है।
सरकार ऐसे समय में स्वास्थ्य कर्मियों को प्रोत्साहित करने के बजाय अपनी ऐसी अधिसूचना से मनोबल तोड़ने का कार्य कर रही है।अगर सरकार ने यह अधिसूचना वापस न ली तो प्रदेश के अन्य डॉक्टर संघों के साथ इसके विरोध में उतरना पड़ेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से अनुरोध किया कि इस मामले में हस्तक्षेप कर पुनर्विचार करके इस अधिसूचना को वापस लेकर कोरोना योद्धाओं का मनोबल बढ़ाएं।