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रिकांगपिओ (किन्नौर)। स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरण नेगी ने बुधवार को पहली बार किन्नौर के कल्पा में अपने घर से पोस्टल बैलेट से मतदान किया। स्वास्थ्य कारणों के चलते उन्होंने घर से वोट देने का फैसला लिया था। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक भी मौजूद रहे। प्रथम मतदाता के मतदान के लिए व्यापक तैयारियां की गई थीं। इस दौरान चुनाव आयोग की ओर से नेगी का पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ रेड कारपेट पर भव्य स्वागत किया गया।
105 साल के श्याम सरण नेगी ने हर मतदान में अपना वोट बूथ में जाकर डाला है। इस बार उन्होंने घर से ही पोस्टल बैलेट से मतदान किया। नेगी ने आजादी के बाद से अब तक हुए चुनाव में इस बार 34वीं बार मतदान किया। नेगी को चुनाव आयोग ने ब्रांड एंबेसडर भी बनाया है। हर बार जिला प्रशासन उन्हें घर से विशेष वाहन में कल्पा बूथ पर मतदान के लिए लेकर जाता था। उनके लिए रेड कारपेट बिछाया जाता था, विशेष स्वागत के साथ सम्मानित किया जाता था। वापस घर छोड़ा जाता है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि इस बार देश के प्रथम मतदाता ने अपने घर से मतदान करने का फैसला लिया था।
कहा कि नेगी ने स्वतंत्र भारत में अब तक सभी चुनाव में मतदान किया है। इसके लिए प्रशासन ने पूरी तैयारियां कर थीं। वह न केवल हिमाचल प्रदेश और किन्नौर, बल्कि देश की शान हैं। सभी के लिए प्रेरणास्रोत हैं। नेगी ने 25 अक्तूबर 1951 में पहली बार सबसे पहले मतदान किया था और आजाद भारत के पहले वोटर बने थे। आजादी के बाद भारत में फरवरी 1952 में पहला आम चुनाव हुआ था।