स्थगन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने किया वाकआउट

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आवाज ए हिमाचल

19 दिसंबर।हिमाचल प्रदेश विधानसभा शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को नियम 67 के तहत लाए गए स्थगन प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वाकआउट कर दिया। भाजपा विधायक नारेबाजी करते हुए सदन से बाहर गए। मुख्यमंत्री कच्चे चिट्ठे का जिक्र करते हुए शराब घोटाले के आरोपों पर जवाब दे रहे थे। सीएम ने कहा कि कच्चा चिट्ठा भाजपा के एक ग्रुप ने नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के ही खिलाफ निकाला। इस पर सदन में हंगामा शुरू हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि चर्चा के समय जब प्रस्ताव यहां लाया गया तो 14 विधायक बैठे हुए थे। सुक्खू ने कहा कि उन्होंने संसदीय कार्य मंत्री से कहा कि चर्चा होनी चाहिए। पहले दिन पत्र बम की बात की गई। वह अमोल ठाकुर नामक लड़के ने लिखा। पुलिस को जांच करने को लिखा। बाद में फोरेंसिक जांच से पता चला कि वह भरमौर में अपलोड हुआ।
विधायक के एक समर्थक ने इसे शुरू किया। यह जांच हुई तो भाजपा के विधायक को बुलाया। उन्होंने कहा कि उनके समर्थक हैं। उन्होंने अपलोड किया। जनकराज को पुलिस स्टेशन बुलाया गया। इन्होंने कहा कि इनका जन्मदिन था।इस तरह के पत्र भाजपा के समय भी आते थे। सुक्खू ने कहा कि आपकी वाशिंग मशीन है, जिससे आप आरोप लगाते हैं, उसे हम भी खरीदने जा रहे हैं।25 करोड़ के पत्र बम वाला आदमी कोई नहीं है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी तो हम आगे जाएंगे। आपके विधायक ने माफी मांगी। सुक्खू ने कहा कि वे एमपी बन चुके हैं। जब जयराम ठाकुर सरकार बनी तो जांच की। उस समय विजिलेंस ने कहा कि दस्तावेजो से छेड़खानी की। जयराम सरकार विधानसभा चुनाव के समय उसे क्लीन चिट दे दिया।कैसे ये दागदार मशीन में धुलाकर बेदाग कर दिया। अब कच्चे चिट्ठे पर आते हैं। ये जयराम ठाकुर के खिलाफ हैं। ये आपकी छवि को दागदार करने के लिए है। अभी तो पक्का चिट्ठा आएगा। सुक्खू ने कहा कि ये जो शौंगटोंग प्रोजेक्ट है, उसके बारे में स्थिति स्पष्ट करते हैं। इसमें तमाम प्रक्रियाओं को जयराम ठाकुर की सरकार ने अंजाम दिया। सीएम ने कहा कि शराब के ठेके में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है। हमने आबकारी विभाग में आमदनी बढ़ाई। प्रदेश की संपदा को लुटने से बचाया। सीएम की इस बात पर विपक्ष के विधायक भड़क गए और नारेबाजी शुरू कर दी।।स्पीकर ने कहा कि विपक्ष के विधायकों को सभी ने बहुत धीरज के साथ सुना है। इस बारे में शांति रखें। जयराम जी, आप अपनी कुर्सी को संभालें। मैं भी आपका शुभचिंतक हूं। आपको सुझाव दे रहा हूं। कांगड़ा में बड़ी रैली हुई तो इसमें विपिन परमार का दम था। सदन में टैक्स से संबंधित तीन बिल भी पेश किए गए।

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