स्कूलों में शैक्षिक माहौल को बेहतर व गुणवत्तायुक्त बनाने की कवायद शुरू: डॉ. वीरेंद्र शर्मा

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आवाज़ ए हिमाचल 

तरसेम जरियाल, धर्मशाला। जिले के स्कूलों में शैक्षिक माहौल को बेहतर व गुणवत्तायुक्त बनाने की कवायद शुरू की गई है। इसके लिए संचालित निपुण भारत योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए निपुण भारत मिशन के अंतर्गत बुनियादी साक्षरता व सँख्यात्मकता के लक्ष्य को हासिल करने तथा स्कूल स्तर तक शैक्षिक सहयोग प्रदान के लिये समग्र शिक्षा निदेशक डॉ. वीरेंद्र शर्मा के दिशा निर्देशानुसार ज़िला स्तरीय विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया हैं।

समग्र शिक्षा ज़िला परियोजना अधिकारी विनोद चौधरी की अध्यक्षता में टास्क फोर्स में ज़िला उप निदेशक मोहिंदर कुमार, डाइट प्रवक्ता व ज़िला समन्वयक निपुण भारत मिशन डॉ० जोगिन्द्र सिंह, खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी नूरपूर बलवान सिंह, केंद्र मुख्य शिक्षक फरसेटगंज से जोगिन्द्र सिंह , केन्द्र मुख्य शिक्षक सलवाना (रैत) हेम राज, बी आर सी धर्मशाला मनोज जरियाल, ज़िला समन्वयक सम्पर्क फाउंडेशन श्री अखिलेश राणा आदि सदस्य को शामिल कर विशेष टास्क फोर्स का गठन किया गया हैं।

निपुण भारत योजना के कुशल संचालन के लिए इस जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया हैं। यह टीम नियमित तौर पर निपुण भारत योजना से जुड़े कार्यों की समीक्षा कर इसकी रिपोर्ट शासन को भेजेगी। ज़िला स्तर पर पहले ही ज़िलाधीश महोदय की अध्यक्षता में संचालन समिति गठित की गई है, जिसकी एक बैठक हो चुकी है। हर छह माह के अंतराल पर राज्य स्तरीय निगरानी टीम भी जिले में पहुंचकर योजना के तहत शिक्षण कार्य की समीक्षा करेगी।

निपुण भारत मिशन के अंतर्गत प्रदेश में निपुण हिमाचल मिशन का शुभारंभ शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर द्वारा 5 फरवरी 2020 को किया गया।। निपुण भारत योजना का मुख्य उद्देश्य आधारभूत साक्षरता एवं संख्यामक्त के ज्ञान को छात्रों के अंतर्गत विकसित करना है। इस योजना के माध्यम से सन 2026-27 तक तीसरी कक्षा के अंत तक छात्र को पढ़ने, लिखने एवं अंकगणित को सीखने की क्षमता प्राप्त होगी। निपुण हिमाचल मिशन के अंतर्गत 2 वर्ष पहले 2024-25 को इस लक्ष्य को हासिल करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। इसमें केंद्र मुख्य शिक्षकों को निपुण सहयोगी बनाया गया है, जो स्कूलों की नियमित मॉनिटरिंग करेंगे।

गठित टास्क फोर्स टीम विद्यालयों में संचालित इस योजना के काम काज पर निगाह रखेगी। विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बेहतर शिक्षा हासिल हो सके, इसके लिए शासन स्तर पर विशेष तैयारियां की गई हैं। मिशन प्रेरणा के फेज टू के तहत निपुण भारत योजना का संचालन मौजूदा समय में किया जा रहा है। इस योजना के तहत बाल वाटिका से कक्षा 3 तक के छात्र-छात्राओं पर विशेष नजर रखी जा रही।  इस दौरान स्कूलों में विद्यार्थियों की आधारभूत शिक्षा पर जोर दिया जाएगा। पहली से पांचवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों का आधार मजबूत करने के लिए कक्षाओं, स्कूल स्तर पर लिखित और मौखिक रूप में गतिविधियां आयोजित होंगी।

निपुण भारत मिशन के दूसरे चरण में स्कूलों में शिक्षकों की ओर से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व, शारीरिक विकास कौशल, स्वच्छता, पोषण, आत्म जागरूकता, स्वयं सहायता, खेल प्रतियोगिताओं में भागीदारी सहित शिक्षा स्तर को बेहतर, गुणवत्तापूर्ण बनाने के पूर्ण प्रयास किए जाएंगे। इस दौरान बच्चों को पढ़ाने के साथ शिक्षक कक्षाओं में बेसलाइन सर्वे कर विद्यार्थियों के सीखने के स्तर की जांच करेंगे। कमजोर विद्यार्थियों के लिए अलग से गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, ताकि उन्हें भी पढ़ाई में अन्य विद्यार्थियों के साथ जोड़ा जा सके। इस संदर्भ में जिला समन्वयक निपुण भारत डॉ जोगिन्द्र सिंह का कहना है कि जिले के स्कूल शिक्षकों को विद्यार्थियों के आधार को मजबूत करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि निपुण भारत मिशन के द्वितीय चरण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके।

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