सोलधा में विश्व रक्तदाता दिवस पर खंड स्तरीय कार्यक्रम का हुआ आयोजन

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आवाज ए हिमाचल

अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर

19 जून।खंड स्तरीय विश्व रक्तदाता दिवस स्वास्थ्य विभाग ने वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला सोलधा में प्रधानाचार्य हरीमन वर्मा तथा राजकीय औद्योगिक संस्थान लाड़ाघाट के ग्रुप इंस्ट्रक्टर ज्ञानचंद की अध्यक्षता में मनाया।इस दौरान हेल्थ एजुकेटर विजय कुमारी शर्मा ने रक्तदान पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि विश्व रक्तदाता दिवस हर वर्ष 14 जून को मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इस दिन को रक्तदान दिवस के रूप में घोषित किया गया है। वर्ष 2004 में स्थापित इस कार्यक्रम का उद्देश्य सुरक्षित रक्त उत्पादों की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना और रक्तदाताओं के सुरक्षित जीवन रक्षक रक्त के दान करने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करते हुए आभार व्यक्त करना है।14 जून को नोबल प्राइस विजेता कार्ल लैंडस्टेनर (Karl Landsteiner) का जन्म हुआ था। यही वे साइंटिस्ट्स हैं, जिन्होंने ABO ब्लड ग्रुप सिस्टम खोजने का श्रेय मिला है।ब्लड ग्रुप्स का पता लगाने वाले कार्ल लैंडस्टीनर के जन्मदिन के दिन ही विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। कार्ल लैंडस्टीनर के द्वारा ब्लड ग्रुप्स का पता लगाए जाने से पहले तक ब्लड ट्रांसफ्यूजन बिना ग्रुप के जानकारी होता था।इस खोज के लिए ही कार्ल लैंडस्‍टाईन को सन 1930 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया। रक्तदान से आप कई जिंदगियां बचा सकते हैं जैसे खून की कमी से गर्भावस्था व प्रसव के दौरान होने वाली मृत्यु को, दुर्घटना के समय अधिक खून बह जाने से होने वाली मौत, दूसरी सर्जिकल कंडीशन से होने वाली मौत, गंभीर रक्त अल्पता,कुपोषित बच्चे, थैलासीमिया, गुर्दे की विफलता (डायलिसिस) व दूसरी कैंसर जैसी घातक बीमारियों के दौरान होने वाली जटिलताओं से निपटने के लिए रक्त चढ़ाकर बचाया जा सकता है। रक्तदाता को रक्तदान के बाद कुछ घंटों के बाद फिर से रक्त तैयार हो जाता है । रक्त का दान करने के बाद रक्तदाता का रक्त 24 से 48 घंटे के बीच पूरा बन जाता है। एक स्वस्थ व्यक्ति को ही रक्तदान करना चाहिए।रक्तदान करने से पूर्व व्यक्ति को दो गिलास पानी पीकर पेट भर कर खाना खाकर ही रक्त का दान करना चाहिए यानि रक्तदाता का शरीर हाइड्रेटेड हो। उन्होंने बताया कि कोई भी व्यक्ति 18 से 60 वर्ष की आयु तक रक्त दान कर सकता हैं। पुरुष 3 महीने और महिलाएं 4 महीने के अंतराल में नियमित रक्त दान कर सकती हैं।अगर कभी रक्त दान के बाद आपको चक्कर आना, पसीना आना, वजन कम होना या किसी भी अन्य प्रकार की समस्या लंबे समय तक बनी हुई हो तो आप रक्त दान ना करें। उन्होंने बताया कि अगर जनसंख्या का एक प्रतिशत भाग भी रक्त का दान करें तो भी लगभग सभी जिंदगियों को बचा सकते हैं जोकि रक्ताल्पता के कारण हो जाती है। इसलिए स्वस्थ व्यक्ति को रक्तदाता जरूर बनना चाहिए। रक्तदान कभी भी आप ब्लड बैंक में जाकर के कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में सभी को ई रक्त कोष एप के बारे में जानकारी दी । उन्होंने बताया कि हम सभी को अपने-अपने ग्रुप का पता होना चाहिए इसलिए सभी को अपने ग्रुप के लिए टेस्टिंग करवाने चाहिए । रक्तदान का महत्व पर भाषण प्रतियोगिता कराई गई। इस प्रतियोगिता में 10 बच्चों ने भाग लिया जिसमें अंकिता ने प्रथम स्थान प्राप्त किया मुस्कान ने दूसरा व अंबिका ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन के तौर पर रजिस्टर और नोटबुक दी गई। इस के साथ राजकीय औद्योगिक संस्थान लाड़ाघाट द्वारा पेंटिंग प्रतियोगिता भी कराई गई। पेंटिंग में पहला स्थान विकास द्वितीय गौरव तथा तृतीय अरुण ठाकुर ने प्राप्त किया। सभी बच्चों को इनाम विकृत किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रेखा, श्याम लाल, प्रमोद कुमार (रिटायर्ड) स्वास्थ्य सुपरवाइजर, स्कूल स्टाफ, छात्र-छात्राओं सहित 120 लोगों ने भाग लिया।

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