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स्वर्ण राणा, नूरपुर। सैनिक विश्राम गृह नूरपुर में भूतपूर्व सैनिक (ईएसएम) स्वयं सहायता प्रकोष्ठ की स्थापना की गई, जिसका विधिवत शुभारम्भ नूरपुर के स्थानीय विधायक रणबीर सिंह निक्का ने किया। इस अवसर पर भारी संख्या में भूतपूर्व सैनिक मौजूद थे। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद (एबीपीएसएसपी) हिमाचल एंड नूरपुर वार मेमोरियल कमेटी के अध्यक्ष कर्नल दर्शन सिंह मनकोटिया ने इस संदर्भ में विस्तार से समूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि ईएसएम हेल्प सेल के दो सदस्य प्रत्येक बुधवार और शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक सैनिक विश्राम स्थल पर बैठेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग छह महीने से उप निदेशक सैनिक के कार्यालय से कल्याण अधिकारी (डब्ल्यूओ) मैन पावर की कमी के कारण क्षेत्र में महीने में केवल एक बार दौरा कर पा रहे थे जिसके कारण नूरपुर उपमंडल के ईएसएम को अपने पेंशन दस्तावेज तैयार करने में कठिनाई और भारी परेशानी का सामना करना पड़ता रहा था। पेंशन भोगियों की इस कठिनाई को देखते हुए।
एबीपीएसएसपी की एक बैठक में ईएसएम को उनके पेंशन दस्तावेज तैयार करने में मदद करने के लिए एक स्वयं सहायता प्रकोष्ठ स्थापित करने का निर्णय लिया गया। इसे नूरपुर युद्ध स्मारक समिति के तत्वावधान में चलाने का निर्णय लिया गया क्योंकि युद्ध स्मारक सभी ईएसएम के हैं चाहे वे किसी भी ईएसएम संगठन से संबद्ध हों। एबीपीएसएसपी के प्रदेश सचिव कैप्टन रमेश मेहरा, जो पहले से ही ईएसएम को मुफ्त सेवा प्रदान कर रहे थे को मानदेय राशि पर सहायता प्रदान की गई जिसके लिए नूरपुर युद्ध स्मारक समिति के सदस्यों द्वारा योगदान दिया जा रहा है। यह प्रकोष्ठ कैप्टन (आईएन) दीपक पठानिया, एससी, सचिव, नूरपुर युद्ध स्मारक की देखरेख में काम कर रहा है।नूरपुर के निकट किसी भी प्रखंड का कोई भी ईएसएम इस सुविधा का लाभ उठा सकता है।
इस अवसर पर कर्नल रविंदर साम्याल, वीआर सी, कर्नल एचएस कटोच, कर्नल उत्तम चिब, कर्नल शुदरेश्वर पठानिया, कैप्टन प्रेम चौहान, कैप्टन दलेर पठानिया, कैप्टन रमेश मेहरा, कैप्टन राजिंदर शर्मा और हवलदार रणजीत सिंह उपस्थित रहे।