आवाज़ ए हिमाचल
मनीष कोहली ( शाहपुर )
25 नवंबर। राजकीय महाविद्यालय शाहपुर में वीरवार को सेरीकल्चर विषय पर सेमिनार का आयोजन डा नीरज शर्मा की अध्यक्षता में किया गया जिसमें में नितीश मेहरा, भावना शर्मा, विशाल वर्मा, ज्योति शर्मा मीनाक्षी रुचिका वर्मा,अविंतिका चौधरी समीना देवी पीयूष शर्मा, नीताक्षी, मनीषा राणा, शबनम,एकता, आरती,दीक्षा चौधरी व पलक राणा ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर आरती वर्मा ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आधुनिक दौर में रेशम कीट पालन कृषि के साथ आसानी से किया जा सकता है। यह एक ऐसा व्यवसाय है जिसे आसानी से अपनाया जा सकता है।
जिसमें रेशम के कीड़ों द्वारा रेशम का उत्पादन कर अच्छी इनकम प्राप्त कर सकते हैं, साथ ही उन्होंने कहा कि हमारे देश में कई ऐसे राज्य हैं जहां पर यह व्यवसाय उनकी आय का मुख्य स्रोत बन चुका है। इसे हिमाचल प्रदेश में युवा अपनाते हैं तो काफी हद तक बेरोजगारी से लड़ा जा सकता है। इस अवसर पर डॉ नीरज शर्मा ने कहा कि रेशम निर्मित वस्तुओं का चलन तेजी से बढ़ रहा है व मार्केट में इसकी मांग भी बढ़ रही है ऐसे में यह व्यवसाय हिमाचली युवाओं के लिए आय का बेहतर विकल्प है तथा ऐसे उद्योग में अधिक पूंजी की जरूरत भी नहीं होती है। इस दौरान महाविद्यालय के डा सुरेश राणा, डा सुशीला, डा संजय,रमेश कुमार, कुलदीप चन्द वी रवि कुमार भी मौजूद थे ।