सुख से ही होती है दुःख की प्राप्ति : स्वामी संकल्प देव

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आवाज ए हिमाचल
पतंजलि योग समिति के तत्वाधान में कांगड़ा के प्रवास के दौरान युवा भारत केंद्रीय प्रभारी स्वामी संकल्प देव ने कार्यक्रम संयोजक योग इंस्ट्रक्टर उद्यालक शर्मा आयुष विभाग शाखा रैत के सहयोग  द्वारा क्रमवार केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला की राष्ट्रीय सेवा योजना धौलाधार परिसर -01 सत्यम नर्सिंग कालेज लन्जोत के छात्र छात्राओं तथा  नशा मुक्ति केंद्र अब्दुलापुर में एक दिवसीय संगोष्ठी सहित  प्रायोगिक योग सत्र के संचालन  सहित योग दर्शन की विस्तृत  जानकारी देते हुए वर्तमान में युवाओं की भूमिका पर व्याख्यान देते हुए कहा कि जिस माध्यम से हमें सुख मिलता उसी के वियोग से हमें दुखों की प्राप्ति होती है जिस प्रकार पहले तो युवा नशे की गर्त में जाके आनंद प्राप्त करता है लेकिन बाद में नशा न मिलने पर और स्वास्थ्य हानि कर दुःख की प्राप्ति होती है।
आज की  युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानंद,रानी लक्ष्मीबाई,भगत सिंह आदि देशभक्तों को अपना आदर्श न मानती हुई केवल गुटखा तंबाकू पान मसाला आदि  जैसे मादक द्रव्यों का प्रदर्शन करने वाले फिल्मी सिनेमा के कलाकारों को अपना आदर्श मानती है जिनके द्वारा हमारे संस्कारों और संस्कृति पर कुठाराघात किया जा रहा है फलस्वरूप आज का युवा नशाखोरी के साथ साथ उसका मानसिक संतुलन भी हिंसक प्रवृति का हो गया है जिससे समाज में अपराध की प्रवृति भी युवाओं में बढ़ रही है जो की देश को सशक्त युवा राष्ट्र निर्माण में प्रमुखतः बाधक है अतः केवल योग ही ऐसा सशक्त माध्यम है जो  शरीर के साथ साथ मानसिक रूप  से भी स्वस्थ रखता है  जिससे  दुःख जड़ से तो दूर होते ही हैं और सुख भी चिरस्थायी रहता है, अतः आधुनिक तनावपूर्ण जीवन में मानव को योगमय होना चाहिए जिससे स्वस्थ सुदृढ़ सशक्त युवा राष्ट्र का निर्माण हो सके।
इस अवसर पर 140 प्रतिभागियों सहित योग समिति के जिला प्रभारी कैप्टन प्रीतम सिंह,भारत स्वाभिमान के गौतम पठानिया, जिला प्रभारी युवा भारत राकेश सैनी, राजेंद्र सिंह, मार्गदर्शक मनोहर प्रभाकर विश्वविद्यालय के विभागाध्यक्ष डा.योगेन्द्र कुमार,डा.बृहस्पति मिश्र,डा.विवेक शर्मा (कार्यक्रम अधिकारी)डा.कुलदीप कुमार सत्यम नर्सिंग कालेज की साक्षी ने भी सफलतापूर्वक कार्यक्रम संचालन में अपनी भूमिका निभाई ।

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