सीमेंट कंपनी विवाद ने बेरोजगार किए ट्रांसपोर्टर्स, दाड़लाघाट की सडक़ों पर पसरा सन्नाटा, दुकानें भी बंद

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आवाज़ ए हिमाचल 

 दाड़लाघाट। अडानी समूह द्वारा कंपनी में तालाबंदी किए हुए रविवार को चार दिन हो गए है। इसके अलावा अंबुजा सीमेंट लिमिटेड एसीएल दाड़लाघाट द्वारा अनिश्चित काल तक कपंनी को बंद किए जाने से रविवार को भी दाड़लाघाट में सन्नाटा पसरा रहा। इसके बावजूद अडानी समूह के अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड की ओर से उत्पादन बंद करने की स्थिति में सुधार देखने को नहीं मिल रहा। इससे ट्रक ऑपरेटरों व कंपनी प्रबंधन के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है।

फिलहाल प्रशासन ने इस माहौल से पहले ही अंबुजा प्लांट में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस की एक टुकड़ी को प्लांट परिसर के भीतर व अंबुजा गेट के मुख्य द्वार पर तैनात कर दिया है। हालांकि अभी तक ऐसी कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई है, उससे पहले प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ कर दी है। वहीं आला अधिकारी समय समय पर स्वयं मौके पर हालात का जायजा ले रहे है। साथ ही प्लांट के अधिकारी भी नजर बनाए हुए है। अगर कंपनी परिसर पर नजर डाली जाए तो अंबुजा कंपनी के अंदर और बाहर भी किसी तरह की कोई गतिविधियां नहीं हुई। प्लांट के भीतर, बाहर व ट्रक यार्ड बटेड, अंबुजा मैन गेट के मुख्य गेट के सामने दाएं ओर की ओर दुकानें भी कुछेक ही खुली रही, कुछ एक दुकानों के अलावा बाहरी इलाके के व्यवसायी की दुकान बंद करने की वजह कपंनी के बंद होने का हवाला देते हुए अपने घर की ओर पलायन करने की बात करते हुए नजर आए।

जल्द निकालें समाधान

डीसी कार्यालय सोलन में अंबुजा मैनेजमेंट, प्रशासन और आठ ट्रांसपोर्ट सभाओं की बीच एक शांतिपूर्ण तरीके से उपायुक्त सोलन कृतिका कुल्हरी की अध्यक्षता में एक बैठक संपन्न हुई। बाघल विकास परिषद के प्रधान एवं माइनिंग एरियाज लैंड लूजर सोसायटी ग्याना के संस्थापक परस राम ने बताया कि जिसमे कंपनी ट्रांसपोर्ट सभाओं की तरफ से सभी ने अपने अपने पक्ष रखे।

परस राम ने बताया कि कंपनी जिस रेट से छह रुपए पहाड़ी क्षेत्रों व तीन मैदानी क्षेत्रों को ट्रांसपोर्ट पर कार्य करने को बोल रही है। सभी ट्रांसपोर्ट सभाओं ने साफ तौर पर इस रेट पर मना कर दिया है। उन्होंने बताया कि सभी सभाओं की तरफ से कंपनी को एक प्रस्ताव रखा गया की आप वर्तमान में कंपनी को शुरू किया जाए और बातचीत के माध्यम से हम सभी बैठ कर इस मुद्दे का हल कर सकते हैं। कंपनी ओर ट्रांसपोर्ट सभाओं को ज्ञात है कि रेट से संबंधित एक फार्मूला है और एक व्यवस्था प्रणाली है, तो उसी को अपनाया जाए और पहले की तरह शांतिपूर्ण तरीके से इस मसले का हल किया जाए।

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