आवाज ए हिमाचल
03 जनवरी।केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने ट्राई (टेलीकाॅम रेगुलेटरी अथाॅरिटी ऑफ इंडिया) के वरिष्ठ रिसर्च अफसर नरेंद्र सिंह रावत को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते दिल्ली में गिरफ्तार किया है। इस अधिकारी ने हिमाचल के सिरमौर जिला के एक केबल ऑपरेटर से लाइसेंस रिन्यू करने के लिए पैसे मांगे थे।केबल ऑपरेटर ने शिमला सीबीआई को शिकायत दी थी। इसके बाद सीबीआई की टीम ने ट्राई के अधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सीबीआई के पुलिस अधीक्षक राजेश चहल की अगुवाई में एक टीम आरोपी को रंगे हाथों रिश्वत के साथ पड़ने के लिए दिल्ली भेजी गई। वीरवार को टीम ने अधिकारी को रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। शाम को ही आरोपी को शिमला लाया गया।
शुक्रवार को आरोपी को सीबीआई की चक्कर स्थित कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे 6 जनवरी तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी अधिकारी केबल ऑपरेटरों के लाइसेंस रद्द व जारी रखने की भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से सिफारिश करता है। केबल ऑपरेटरों को हर तीन महीने बाद ट्राई के दिशा निर्देशानुसार प्रोग्रेस रिपोर्ट मंत्रालय को देनी होती है। यह भी अधिकारी की सिफारिश पर बनती है।
ट्राई के इस अधिकारी ने सिरमौर जिला में केबल ऑपरेटर से लाइसेंस रिन्यू करने के लिए एक लाख रुपये रिश्वत मांगी थी। प्रदेश के ही अन्य पांच लाइसेंस धारक केबल ऑपरेटरों ने भी पहले ही ट्राई के संबंधित अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़े दस्तावेज सीबीआई को दिए थे। आरोपी अधिकारी ने इनके लाइसेंस रद्द करने की चेतावनी दे रखी थी। शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने आरोपी अधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। शिमला स्थित सीबीआई कार्यालय से आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए सीबीआई अधिकारी रविंद्र और धमेंद्र को जांच अधिकारी नियुक्त किया था।
सीबीआई ने आरोपी अधिकारी को दिल्ली के नरोजी नग्गर से रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार किया। आरोपी के ग्रेटर नोएडा स्थित कार्यालय में भी सीबीआई ने दबिश देकर मामले से जुड़ा रिकॉर्ड कब्जे में लिया है। इसके अलावा सीबीआई ने आरोपी के ग्रेटर नोएडा और नई दिल्ली में आवासीय परिसरों की तलाशी ली और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए।