आवाज़ ए हिमाचल
जतिन लटावा, जोगिंद्र नगर
29 मार्च। सीटू तथा हिमाचल किसान सभा के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने रविवार को जोगिंदर नगर में केंद्र व राज्य सरकार की मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ तथा मजदूरों व किसानों की मांगों के साथ-साथ जोगिंदर नगर क्षेत्र की मांगों को पूरा करने को लेकर जोगिंदर नगर में जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान पूरे बाज़ार से जलूस निकालते हुए एसडीएम के प्रांगण में रैली आयोजित की गई। रैली को किसान सभा के मंडी जिला अध्यक्ष कुशाल भारद्वाज, सीटू से संबंधित आंगनवाड़ी वरकर्ज़ व हेल्पर्ज यूनियन की चौंतड़ा ब्लॉक कमेटी की प्रधान तमन्ना, द्रंग प्रोजेक्ट कमेटी की बिंता ठाकुर, मिड डे मील वरकर्ज़ यूनियन की अंजू देवी, नौजवान सभा के अर्जुन बडवाल तथा एसएफआई से शिवालिका ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर नौजवान सभा के सचिव संजय जमवाल, सीटू की वंदना, तृप्ता, किसान सभा की रेणु, सरला, इंद्रा, रमेश चंद, आदि भी उपस्थित थे।
इस अवसर पर कुशाल भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार पूरी तरह से किसान व मजदूर विरोधी नीतियाँ लागू कर रही हैं। हिमाचल प्रदेश में संगठित व असंगठित क्षेत्र में 15 लाख मजदूर कार्यरत हैं। भारतीय श्रम सम्मेलन के विभिन्न सत्रों की सिफ़ारिश के अनुसार इन मजदूरों के वेतन से ले कर सामाजिक सुरक्षा का कोई ठोस प्रावधान आज तक नहीं किया गया है। केंद्र सरकार ने 44 श्रम क़ानूनों को समाप्त कर जो 4 श्रम कोड बनाए हैं वे पूरी तरह मजदूर विरोधी हैं तथा उनको निरस्त किया जाये। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन स्कीम को वहाल किया जाये, आऊट सोर्स कर्मियों के लिए स्थायी नीति बनाई जाये तथा उनको सभी प्रकार के लाभ दिये जाएँ व नियमित करने बारे भी प्रावधान किए जाएँ। आंगनवाड़ी वर्करों व हेल्परों तथा मिडडे मील वर्करों को पक्का किया जाये, पक्का न करने तक मिड डे मील वर्करों को दिहाड़ीदारों जितना वेतन दिया जाये तथा छूटियों का भी बाकी कर्मचारियों की तरह वेतन दिया जाये, आंगनबाड़ी वर्करों व हेल्परों को पड़ोसी राज्य हरियाणा की तर्ज पर वेतन दिया जाये। एनटीटी की नियुक्तियों में आंगनवाड़ी का कोटा बढ़ाया जाये तथा 45 वर्ष की अधिकतम आयु सीमा को समाप्त किया जाये, आंगनवाड़ी वर्करों ने जो न्यूट्रिशन व हेल्थ केयर का डिप्लोमा किया है तथा जो अर्ली चाइल्डहुड केयर का डिप्लोमा किया है उसका भी उनकी एनटीटी की नियुक्ति में लाभ दिया जाये। उन्होंने कहा कि महंगाई रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएँ तथा मनरेगा कामगारों को न्यूनतम वेतन दिया जाये तथा दिहाड़ी को बढ़ा कर 600 रूपये तक किया जाये, साथ ही साल में 200 दिन का काम दिया जाये। श्रमिक कल्याण बोर्ड से मिलने वाले लाभों की तुरंत अदायगी की जाये तथा बंद की गई वाशिंग मशीन, साइकिल, सोलर लैम्प, इंडक्शन हीटर, कंबल, हॉट केस टिफ़िन, डिनर सेट, ऑफ लाइन वॉटर फिल्टर की सुविधा को वहाल किया जाये।
उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलन के बाद जोगिंदर नगर में सभी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की पोस्टें भरी गई थी, लेकिन अभी फिर से एमडी तथा हड्डी रोग विशेषज्ञ के पद खाली हो गए हैं, उन्हें भरा जाये। सिविल अस्पताल लडभदोल में 7 डॉक्टरों सहित विभिन्न श्रेणियों के जो 24 पद खाली पड़े हैं उनको तुरंत भरा जाये। इसके लिए किसान सभा शीघ्र ही आंदोलन शुरू करेगी। पिछले 8 सालों में जोगिंदर नगर में एक भी नई बस नहीं खरीदी गई है। जितनी भी बसें परिवहन निगम की जोगिंदर नगर विधान सभा क्षेत्र में चल रही हैं वे सब ज़ीरो वेल्यू की हैं तथा उन सबकी मियाद समाप्त हो चुकी है। घोषणा के 4 साल बाद भी नए बस अड्डे के निर्माण का कोई निशान तक नजर नहीं आता है, वर्कशॉप कहीं नहीं बनी है। बिना बसों और बिना स्टाफ के ये कैसा डिपो है।
उन्होंने कहा कि अधिकांश सड़कों की हालत बेहद खस्ता है। अधिकांश सड़कों की टायरिंग एक सप्ताह में ही उखड़ जाती है। मार्च के महीने में ही कई गाँव पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। दिखाने के लिए चारों तरफ पाइपें ही पाइपें हैं लेकिन लोग पेयजल को तरस रहे हैं। 40 साल बाद भी मनारू सड़क पक्की नहीं हुई है तथा इस सड़क पर उड़ने वाली धूल मिट्टी आसपास के लोगों को बीमार कर रही है। लॉकडाउन के बाद से हजारों लोगों का रोजगार चला गया है उनके बारे में किसी को चिंता नहीं है। पढ़े-लिखे युवा बेरोजगारी की मार झेलते हुए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। 5 साल बाद फिर से चुनावी साल में आयोजित होने वाली क्रिकेट की ट्रॉफियाँ उनके कष्टों का निवारण नहीं कर सकती हैं, इसलिए वादे के अनुसार यहाँ के युवाओं को रोजगार मिलना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि हर किसी को अगला चुनाव दिख रहा है लेकिन जनता की फिक्र किसी को नहीं है। अतः किसान सभा शीघ्र ही जनता की व्यापक एकता बना कर उपरोक्त मुद्दों पर संघर्ष शुरू करेगी।