आवाज़ ए हिमाचल
मंडी। शहर के कांगणीधार में बन रहे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के ड्रीम प्रोजैक्ट का निर्माण कार्य 50 से ज्यादा मजदूरों ने मजदूरी न मिलने से रोक दिया है। काम बंद होने के बाद श्रम विभाग ने कंपनी के अधिकारी तलब किए। इस दौरान श्रम विभाग ने कंपनी के अधिकारियों से मजदूरों से संबंधित आंकड़ा मांगा और मजदूरी न देने के पीछे के कारणों की भी जानकारी ली तथा इस संबंध में रिपोर्ट मांगी।
बता दें कि कांगणीधार में पौने 200 करोड़ करोड़ रुपए का यह प्रोजैक्ट है। एशियन विकास बैंक की इस परियोजना को बजट की स्वीकृति मिली थी तथा पहले चरण के काम पर 40 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उधर ठेकेदार द्वारा मजदूरी न दिए जाने से मजदूरों को 2 वक्त के खाने के भी लाले पड़े गए हैं तथा कड़ाके की सर्दी में खुले आसमान के नीचे मजदूर सर्द रातें बिताने को मजबूर हो गए हैं। जिला प्रशासन ने मंडी में निर्माणाधीन शिवधाम के 52 कामगारों को कंबल, रजाई, तलाई, बैड शीट, खाने का सामान और हाईजीन किट वितरित की।
डीसी मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि शिवधाम के निर्माण में लगे मजदूरों को सामान का अभाव था। रैडक्रॉस सोसायटी के माध्यम से इन्हें सामान उपलब्ध करवाया गया है। कंपनी को मजदूरों की पेमैंट को लेकर कार्यालय में बुलाया गया है तथा मजदूरी दिलाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। एडीसी मंडी जतिन लाल ने कहा कि ठेकेदार द्वारा कामगारों को पिछले काफी समय से मजदूरी नहीं दी जा रही थी जिसके चलते उनके रहने और खाने में काफी मुश्किल आ रही थी। मामला ठेकेदार से भी उठाया है।
प्रशासन पूरी तरह इन कामगारों के साथ है और आगे भी इनकी हरसंभव मदद की जाएगी। सचिव हिमाचल कांग्रेस विकास कपूर ने कहा कि मजदूरों को उनकी मेहनत मिलनी चाहिए। कांग्रेस मजदूरों की आवाज उठाएगी और अधिकारियों से इस संबंध में बात की जाएगी। उधर, जिला अध्यक्ष मंडी भाजपा रणवीर सिंह ने कहा कि निर्माण कार्य में लगी कंपनी के अधिकारियों से बात की जाएगी। काम रोकने के पीछे का कारण पूछा जाएगा।