आवाज़ ए हिमाचल
प्रतिनिधि,सिहुंता
08 फरवरी।सिहुंता में जलशक्ति विभाग की उदासीनता और ठेकेदार की तानाशाही के चलते लगभग 200 परिवार पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस रहे हैं। जिला चंबा के तहसील सिहुंता की ग्राम पंचायत धुलारा में सड़क के किनारे नालियों के निर्माण कार्य में जुटे ठेकेदार ने धुलारा-द्रम्मनाला सड़क किनारे जेसीबी से जगह-जगह पानी की पाईप लाईन तो उखाड़ डाली पर उन्हें पुनः जोड़ने की जहमत नहीं उठाई,जिस कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बडी बात यह है कि जल शक्ति विभाग भी पाइप लाइन को पुनः जोड़ कर पानी की नियमित सप्लाई करने में नाकाम रहा है।लोगों की माने तो
विभाग ने समस्त उखाड़ी पानी की पाईप को इकट्ठा करके ढेर लगा रखा है,जैसे कोई गैरजरूरी समान हो जिसका अब कोई उपयोग नहीं होगा।पाइप लाइन टूटने से सैंकड़ों परिवार जल संकट की समस्या का सामना कर रहे है। पिछले पांच दिनों से लोगों के घरों में पानी नहीं आ रहा है, बाबजूद इसके विभाग पाइप लाइन को जोड़ने की बजाए केवल मूकदर्शक बनकर बैठा है । ग्रामीण मीलों दूर पैदल चलकर खड्ड व नालों से पानी सर् पर ढोकर अपनी और अपने मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए मजबुर हैं।लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व जलशक्ति मंत्री महिंद्र सिंह ठाकुर मांग की है कि वे इस मामले में खुद हस्तक्षेप कर लोगों की इस समस्या का समाधान करें।उन्होंने लापरवाह ठेकेदार व अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने का आग्रह किया है।