आवाज़ ए हिमचाल
पांवटा साहिब ( सिरमौर), 26 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश में चुनावी वर्ष में सिरमौर जिले के हाटी क्षेत्र के करीब 3 लाख लोगों को जनजातीय दर्जा देने का रास्ता साफ हो गया है।
जनजातीय दर्जे की मांग पर 50 साल में पहली बार भारत के महापंजीयक (आरजीआई) ने सकारात्मक रिपोर्ट दी है। यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे मिलने पहुंचे हाटी समिति के प्रतिनिधिमंडल और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को दी है। शाह ने कहा कि सकारात्मक रिपोर्ट मिली है।
यह अब तक की सबसे बड़ी बाधा थी। यह मामला अब कैबिनेट में ले जाएंगे और उत्तराखंड के जौंसार बाबर की तर्ज पर हाटियों को जनजातीय का दर्जा दिया जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा में पारित होने के बाद प्रस्ताव राष्ट्रपति की स्वीकृति को भेजा जाएगा। इस दौरान हाटी समिति ने शाह को गिरिपार आने का न्योता दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। जनजातीय दर्जे के मामले को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिल्ली के हिमाचल भवन में मीडिया से बातचीत करेंगे।
गिरिपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने की मांग पिछले पांच दशकों से चली आ रही है। पिछले कुछ समय से इस मांग ने जोर पकड़ा है। इस मांग को लेकर गिरिपार इलाके की 144 पंचायतें चार महाखुमलियां (बड़ी बैठकें) कर चुकी हैं।
सरकारी नौकरियों में विशेष आरक्षण मिलेगा। इस क्षेत्र के लिए सरकार से विशेष आर्थिक बजट का प्रावधान होगा, क्षेत्र के विकास कार्यों को रफ्तार मिलेगी
लुप्त होती जा रही हाटियों की लोक संस्कृति को नई पहचान और बढ़ावा मिलेगा, रोजगार के द्वार खुलेंगे, क्षेत्र के विद्यार्थियों को शिक्षण संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए विशेष आर्थिक मदद मिलेगी