आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा, नूरपुर। वन, युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री राकेश पठानिया ने कहा है कि सिम्बली गांव को अलग पंचायत का दर्जा मिलने से इस क्षेत्र में विकास कार्यों को और रफ्तार मिली है। वे आज मंगलवार को विधानसभा क्षेत्र की सिम्बली पंचायत के तलेह, कुखेड़ तथा सिम्बली गांव में आयोजित जनसंवाद कार्यक्रमों में बोल रहे थे। उन्होंने सुल्याली पंचायत के ढडेरु वार्ड में भी विकास कार्यों का जायजा लिया।
उन्होंने बताया कि उनके वर्तमान कार्यकाल में विकास खंड में 8 नई पंचायतों का गठन हुआ है, यही कारण है कि यहां विकास कार्यों को तेज रफ्तार मिली है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों को विशेष प्राथमिकता देने के लिए पैसा सीधा पंचायतों के खाते में भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित हुई है। इसके अतिरिक्त मनरेगा के तहत 261 कार्यों को शामिल किया गया है, ताकि गांवों में विकास की नई इबारत लिखी जा सके।
उन्होंने पंचायत में हुए विकास कार्यों पर बोलते हुए कहा कि इस पंचायत में नई सड़कों तथा रास्तों के निर्माण, पेयजल योजनाओं के सुदृढ़ीकरण, बिजली के सुधारीकरण को विशेष तरज़ीह दी गई है। जल जीवन मिशन के तहत 33 करोड़ रुपए की लागत से बनाई गई चक्की खड्ड पेयजल योजना पूरी हो चुकी है, जिसका शीघ्र ही लोकार्पण कर दिया जाएगा। जिससे विधानसभा क्षेत्र में आगामी कई वर्षों तक पानी की कोई कमी नहीं रहेगी।
पठानिया ने कहा कि सभी क्षेत्रों का समग्र व संतुलित विकास करवाना उनकी पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपने पौने पांच वर्ष के कार्यकाल में समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं को लागू कर उन्हें सही मायनों में धरातल पर उतारा है, जिससे हर वर्ग को किसी ना किसी रूप से लाभ पहुंचा है।
वन मंत्री ने इस अवसर पर जनसमस्याओं को सुना तथा अधिकतर का तुरंत समाधान कर दिया, जबकि शेष समस्याओं के शीघ्र समाधान के अधिकारियों को निर्देश दिए।
इस मोके पर तहसीलदार सुरभि नेगी, बीडीओ श्याम सिंह, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जेएस राणा, सिम्बली पंचायत प्रधान हरदीप सिंह, उप प्रधान सुमित गौतम, ठेहड़ पंचायत की प्रधान इंदु देवी, जल शक्ति विभाग के एसडीओ देवेंद्र राणा, विद्युत विभाग के एसडीओ शंकर दयाल शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा स्थानीय लोग उपस्थित रहे।