जिला स्तरीय पैराग्लाइडिंग नियामक समिति की बैठक आयोजित
आवाज़ ए हिमाचल
विक्रम सिंह, धर्मशाला। कांगड़ा जिले को साहसिक पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा रहा है। इस मकसद से जिला प्रशासन कांगड़ा में पैराग्लाइडिंग गतिविधियों को नई उड़ान देने में जुटा है। जिले की चारों पैराग्लाइडिंग साइट के विकास और वहां सुविधाओं के विस्तार की दिशा में तत्परता से काम किया जा रहा है। उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने यह बात गुरुवार को धर्मशाला में आयोजित जिला स्तरीय पैराग्लाइडिंग नियामक समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का विजन है कि कांगड़ा जिले को पर्यटन राजधानी के रूप विकसित किया जाए। उनके इस विजन को साकार करने में यहां पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने विशेषकर जिले को साहसिक पर्यटन का हब बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पैराग्लाइडिंग गतिविधियां साहसिक पर्यटन की महत्वपूर्ण घटक हैं। जिले में अभी चार पैराग्लाइडिंग साइट बीड़ बिलिंग, इंद्रुनाग, नरवाणा और मझीण हैं। उन्होंने अधिकारियों को इन चारों पैराग्लाइडिंग साइट के विकास और वहां सुविधाएं बढ़ाने के लिए काम करने को कहा। उन्होंने इन जगहों पर टेक ऑफ तथा लैंडिंग साइट के विस्तार के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर औपचारिकताएं पूरी कर मामले बनाने के निर्देश दिए। साथ ही इन जगहों पर आवश्यक सुधार कार्य करने को कहा। उपायुक्त ने कहा कि पैराग्लाइडिंग स्कूल बीड़ बिलिंग महीने भर में शुरू हो जाएगा।