आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
28 जनवरी।राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत परिवहन विभाग के सोजन्य से जिला परिषद भवन में “सार्वजानिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा” एवं “पासिग ऑफ वाणिज्यक एवं यात्री वाहन विषय” पर एक सेमीनार का आयोजन किया गया, जिसमे नगर परिषद अध्यक्ष कमलेंदर कश्यप मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने जिला के आम लोगों से अपील की कि सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित नियमों का पालन करें तथा परिवहन विभाग द्वारा चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा अभियान के दौरान लोगों को दिए जा रहे संदेश को जन-जन तक पहुंचाये ताकि सभी लोग सड़क नियमों के बारे में जागरूक हो सके।
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी योगराज धीमान ने “सार्वजानिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा” बारे मंे सरकार द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों की विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि महिलायों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा सार्वजनिक परिवहन में 40 प्रतिशत सीटों के आरक्षण, बसों में पारदर्शी शीशा लगवाना, पर्दे न लगवाना एवं रात के समय बसों के अंदर की लाइट चालू रखना, बसों में गुडिया हेल्पलाइन नंबर-1515, महिला हेल्पलाइन नंबर-1091 पुलिस हेल्पलाइन नंबर-100 अंकित करना अनिवार्य है ताकि महिलाएं आवश्यकता पड़ने पर इन नंबरों पर सम्पर्क करके सहायता प्राप्त कर सके।
उन्होंने बताया कि वाहन चलाते समय हमेशा सतर्क रहे, नशा करके वाहन न चलायें, भार क्षमता से ज्यादा वाहन में अधिक भार न उठायें, वाहन का बीमा, पासिंग समय पर करवाएं, कार चलाते समय सीट बैल्ट का प्रयोग करें, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग न करें एवं समय-समय पर अपने वाहन का तकनीकी निरीक्षण करवाते रहे।
इस मौके पर उपस्थित वाहन स्वामियों को सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित प्रचार सामाग्री भी वितरित की गई एवं ई-परिवहन व्यवस्था से सम्बन्धित बुक-लेट्स भी वाहन स्वामियों को वितरित की गई तथा इस सन्दर्भ में वाहन स्वामियों से ई-परिवहन व्यवस्था पर भी विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
मोटर वाहन निरीक्षक अभिषेक शर्मा द्वारा हिमाचल पथ परिवहन निगम की कार्यशाला में “पासिग ऑफ वाणिज्यक एवं यात्री वाहन विषय” पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया एवं सड़क सुरक्षा जागरूकता बारे उपस्थित वाहन स्वामियों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गई।
इस अवसर पर हिमाचल पथ परिवहन निगम क्षेत्रीय प्रबंधक किशोरी लाल, जिला पंचायत अधिकारी शशिबाला, बाल विकास परियोजना अधिकारी नीलम टाडू, जिला परिषद कार्यालय कर्मचारी तथा लगभग 120 वाहन स्वामियों, चालकों एवं परिचालको (बस, ट्रक, टैक्सी व ऑटो यूनियन के प्रधान) ने भाग लिया।