आवाज़ ए हिमाचल
03 अप्रैल । पंजाब में एक विवाहिता को ससुराल परिवार के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत देना भारी पड़ा। शिकायत से भड़के पति, ननद और सास ने मौका देखकर उसे कमरे में बंद कर दिया और कपड़े उतारकर उसके अंदरूनी अंगों पर चोटें पहुंचाईं। जैसे-तैसे वह वहां से बचकर भागी और महिला हेल्प लाइन नंबर 1091 पर फोन किया, लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने भी कोई सुनवाई नहीं सुनी तो उसने अपने भाई को फोन करके बुलाया और ऑटो से सिविल अस्पताल पहुंचीं। मामला जालंधर का है।पंजाब पुलिस महिला मित्र थाने की इंचार्ज इंस्पेक्टर परमिंदर कौर ने बताया कि घटना पिछले मंगलवार की है। इस मामले में पीड़िता के पति को नामजद किया गया है। वहीं सास और ननद पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।पीड़िता के अनुसार, उसकी शादी को 9 साल हो गए हैं और एक बेटा भी है। लेकिन शादी के बाद से ही पति और ससुराल परिवार के सदस्य उससे झगड़ा करते रहे हैं। ससुराल वाले कई बार उससे मारपीट कर चुके हैं लेकिन हर बार समझौता हो जाता था। शिकायत के मुताबिक, करीब ढाई साल पहले उसने पति के खिलाफ एमएलआर कटवाई थी। इसके बाद से ससुराल परिवार उसको कोई खर्च नहीं दे रहा था और वह खुद कामकाज कर अपना पेट पाल रही है।
करीब दो महीने पहले उसने पति से गुजारा भत्ता लेने और घरेलू हिंसा का केस लगाया। इस मामले से भड़के ससुरालियों ने उसके साथ घिनौनी हरकत की। पीड़िता ने आरोप लगाया गया कि वह कमरे में थी तभी पति, ननद और सास वहां आए और उसके साथ मारपीट की। उसने विरोध किया तो सास व ननद ने उसके हाथ-पैर पकड़ लिए और पति ने उसके कपड़े उतारकर अंदरूनी अंगों से छेड़छाड़ की। घबराकर उसने पति को लात मारी और शोर मचाती हुई वहां से भाग निकली। पीड़िता ने महिला हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया और आपबीती सुनाई। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची भी, लेकिन कोई मदद नहीं की। तब उसने अपने भाई को फोन करके बुलाया और ऑटो से सिविल अस्पताल पहुंचीं। मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक पीड़िता को 7 चोटें आईं हैं। इसके आधार पर पति के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। जबकि सास, ननद पर लगाए आरोपों की जांच की जा रही है।