आवाज़ ए हिमाचल
03 मई। सशस्त्र सेना चिकित्सा सेवा के शार्ट सर्विस कमीशन के करीब 200 अफसरों को देश में कोविड-19 के हालात को देखते हुए 31 दिसंबर तक सेवा विस्तार दे दिया जाएगा। इन अफसरों की सेवानिवृत्ति सात महीने में होने वाली थी। चीफ आफ डिफेंस स्टाफ की मेडिकल टीम में लेफ्टिनेंट जनरल डॉ. माधुरी कनितकर ने रविवार को बताया कि इन लोगों को सशस्त्र सेनाओं की ओर से आयोजित कोविड-19 प्रबंधन कार्यक्रम के लिए चुना गया है।
एएफएमएस के शार्ट सर्विस कमीशन के अफसर जो सात महीने बाद रिटायर हो रहे हैं, उन्हें सेवा विस्तार दिया जा रहा है। यह मेडिकल अफसर अब कोविड मरीजों के लिए अपनी सेवाएं देंगे। यह अफसर सेवाएं पूरी करके जाने वाले थे, लेकिन अब इनकी सेवाएं बहाल रहेंगी। लेफ्टिनेंट जनरल कनितकर ने बताया कि एक तीसरी महिला तीन सितारा जनरल के स्तर तक पहुंच गई है। अन्य दो महिला अफसरों में एक पुनीता अरोड़ा हैं जो सेना में कार्यरत थीं और बाद में उन्हें नौसेना में भेज दिया गया। तीसरी महिला अफसर एयर मार्शल पदमा बंधोपाध्याय हैं।
एसएससी मेडिकल अफसरों को पहले सशस्त्र सेना में पांच साल के लिए कमीशन किया गया था जिसे और पांच साल के लिए ब़़ढाया जा सकता है। लेफ्टिनेंट जनरल कनितकर का मानना है कि हरेक देश को कोविड-19 के चलते नए सिरे से अपनी योजनाओं को बनाना पड रहा है। चूंकि सेहत ही पूंजी है। हमें मूलभूत प्राथमिक स्वास्थ्य ढांचे को फिर से ख़़डा करने की जरूरत है। इसके अलावा एएफएमएस से रिटायर हो चुके लोगों को अपने इलाकों में कोरोना से पी़ि़डत मरीजों की मदद करने की सलाह दी गई है। राज्य सरकार के अस्पतालों में सेवानिवृत्त हो चुकी नर्से भी अपना योगदान देंगीं।