आवाज़ ए हिमाचल
शिमला। बर्फबारी संभावित इलाकों में लोक निर्माण विभाग इस बार भारी मशीनरी की मदद लेगा। विभाग ने सर्दियों के मौसम की तैयारियां शुरू कर दी हैं और इस कड़ी में लगातार बैठकों का दौर भी जारी है। शिमला, किन्नौर, कुल्लू और चंबा सहित अन्य जिलों में इस बार भारी मशीनरी तैनात रहेगी। इसके अलावा विभाग निजी ठेकेदारों की मदद भी ली जाएगी। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने आवश्यक दिशा-निर्देश अभी से जारी कर दिए हैं। पहली बर्फबारी के बाद कर्मचारियों की छुट्टियों पर भी असर देखने को मिलेगा। विभाग बर्फबारी प्रभावित इलाकों में मार्ग खुले रखने के लिए कर्मचारियों की छुट्टियों पर ब्रेक लगा सकता है। हिमाचल में बर्फबारी का ज्यादा असर दिसंबर के आखिरी सप्ताह से फरवरी के शुरुआती दिनों के बीच देखने के लिए मिलता रहा है।
गौरतलब है कि पिछले साल जनवरी महीने में करीब सात 100 सडक़ें पूरे प्रदेश में बंद हो गई थी। इस दौरान तीन नेशनल हाई-वे भी बर्फबारी की वजह से ठप हुए थे। सबसे ज्यादा सडक़ें शिमला जिला में बंद हुई थी। इन सडक़ों को बहाल करने में लोक निर्माण विभाग को खासी मुश्किलें उठानी पड़ी थी। दरअसल, ठेकेदारों ने सडक़ों को बहाल करने से ऐन मौके पर इनकार कर दिया था। इस वजह से राजधानी में लोक निर्माण विभाग सडक़ बहाल करने में मुश्किलें पेश आ रही थी।
शिमला-मटौर एनएच एजेंसी के हवाले
शिमला-मटौर एनएच पर एनएचएआई बर्फ हटाने की जिम्मेदारी अतिरिक्त एजेंसी को सौंप रही है। यहां जिस कंपनी को मार्ग के निर्माण का जिम्मा मिला है वो ही कंपनी मार्ग को बहाल रखने के लिए उत्तरदायी भी है। मार्ग में बाधा चाहे बारिश, भू-स्खलन या बर्फबारी से हो इसे बहाल किया जाएगा।
शहर में छोटी मशीनरी देगी सेवाएं
पिछले साल 2017 के रिफंड की मांग करते हुए विभाग के ठेकेदारों ने बर्फ को हटाने से इनकार किया था। इस वजह से राजधानी समेत प्रदेश के अन्य हिस्सों में सडक़ें बहाल करने में मुश्किलें पेश आई थी। ठेकेदार जीएसटी से पड़ रहे अतिरिक्त वित्तीय बोझ को लेकर भी नाराज चल रहे थे। हालांकि बाद में लोक निर्माण विभाग ने ठेकेदारों को मना लिया था। लोक निर्माण विभाग शहर में छोटी मशीनों के जरिए बर्फ को हटाएगा, जबकि बाहरी इलाकों में बड़ी मशीनों का इस्तेमाल होगा।
60 मिनट में बहाल होंगी सडक़ें
लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता अजय गुप्ता ने बताया कि ठेकेदारों से बर्फबारी हटाने को लेकर बातचीत हो चुकी है। इस बार हालात बीते साल की तरह नहीं होंगे। इसके अलावा बर्फबारी से पहले ही संभावित जगहों पर विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। कर्मचारियों की छुट्टियों को लेकर आदेश आगामी दिनों में जारी होंगे। विभाग सभी सडक़ों को 60 मिनट के भीतर बहाल करने का प्रयास करेगा। इस संबंध में आदेश समूचे प्रदेश में दे दिए गए हैं।
30 मिनट में चकाचक होगा एनएच
एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने कहा कि शिमला-मटौर एनएच बर्फ की वजह से ज्यादा प्रभावित रहता है। यहां शिमला से शालाघाट तक करीब 30 किलोमीटर के क्षेत्र बर्फबारी संभावित है। नेशनल हाई-वे को फोरलेन में बदलने के लिए जिस एजेंसी को जिम्मा दिया गया है, उसके टेंडर में यह बात भी जोड़ी गई है। 30 किलोमीटर के इस पैच को खुला रखने की जिम्मेदारी अब इसी एजेंसी की होगी। शिमला-मटौर एनएच को 30 मिनट में खोलने का प्रबंध किया गया है।