आवाज़ ए हिमाचल
24 मार्च।प्रदेश की संस्कृति, साहित्य तथा भाषाओं के विकास पर राज्य सरकार ने विशेष बल दिया है। प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण व सृजनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहन के लिए निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री, सरवीण चौधरी गत देर सायं रक्कड़ का बाग में छिंज मेले के समापन अवसर पर बोल रहीं थीं।
उन्होंने कहा कि मेले व त्योहार सामाजिक सौहार्द और भाईचारे को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि मेले आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाने में मदद करते हैं जहां सभी लोग मतभेद भुलाकर मेलों में भाग लेते हैं। उन्होंने कहा कि मेले पुरानी रीति-रिवाजों और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देेते हैं।
उन्होंने कहा कि मेले और त्योहार हमें अपने पूर्वजों से विरासत में मिले हैं जिनका आयोजन पीढ़ी दर पीढ़ी चलता रहता है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी इन मूल्यवान विरासतों को संजोए रखना जरूरी है। उन्होंने मेला कमेटी को अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सदस्यों की कड़ी मेहनत और स्थानीय लोगों के सहयोग से इन मेलों का सफलतापूर्वक आयोजन सुनिश्चित हुआ है।
उन्होंने कहा कि शाहपुर विधानसभा क्षेत्र को एक आदर्श विस क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, शिक्षा तथा स्वास्थ्य की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आम जनमानस की समस्याओं का त्वरित निदान सुनिश्चित करने के लिए भी सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है।
सरवीन ने कहा कि मेलों में खेल प्रतियोगिताओं एवं कुश्तियों के आयोजन से लोगों का मनोरंजन होता है और साथ ही अपनी प्रतिभा दिखाने एवं उभारने के लिए मंच भी मिलता है।
इससे पहले मेला कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। सरवीन ने मेला कमेटी को 31 हजार रुपये देने की घोषणा की। उन्होंने इस दौरान विजेताओं को सम्मानित भी किया।
सरवीन ने सुनी जन समस्याएं
सरवीन चौधरी ने रक्कड़ का बाग में लोगों की समस्याओं को सुना अधिकतर का मौके पर ही निपटारा कर दिया और शेष समस्याओं के समाधान के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये।
इस अवसर रक्कड़ का बाग पंचायत प्रधान बबिता देवी, प्रधान घरोह तिलक राज शर्मा , भूतपूर्व प्रधान अश्विनी कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी युवा मोर्चा के सदस्य दीपक सोनी, पूर्व अध्यक्ष अश्विनी चौधरी, योग राज चड्ढ़ा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।