आवाज ए हिमाचल
31 अगस्त।समाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीन चौधरी ने आज एक बार फिर शाहपुर की बल्ले-बल्ले कर दी है।सरवीन की बदौलत शाहपुर के विकास में एक और मिल का पत्थर लग गया है।बुधवार को शिमला में हुई मंत्री मंडल के बैठक में शाहपुर को उपमंडल पुलिस अधिकारी यानी डीएसपी
का कार्यालय मिल गया है।मंत्रिमंडल ने इस कार्यालय के लिए 9 पद भी स्वीकृत किए है।इसके अलावा सरवीन की मांग पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लंज के लिए विभिन्न श्रेणियों के 6 पद भी स्वीकृत हो गए,जबकि घरोह को आयुर्वेदिक सेंटर व धारकंडी के प्राइमरी स्कूल रावा का दर्जा बढ़ाकर मिडल हो गया।
यह तो हुई आज की बात,लेकिन अगर पिछली लागातर छह से सात मंत्रिमंडल की बैठकों पर नजर दौड़ाई जाएं तो ऐसी कोई भी बैठक नहीं होगी जब सरवीन चौधरी का दमखम न दिखा हो।सरवीन ने अब तक शाहपुर को कई ऐसे महत्वपूर्ण कार्यालय सरकार से दिलवा दिए है,जिनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।आज शाहपुर में हर वे कार्यालय है या खुलने जा रहा है,जिसके लिए लोगों को धर्मशाला या कांगड़ा के चक्कर पर चक्कर काटने पड़ते थे।सरवीन द्वारा धड़ाधड़ करवाई जा रही घोषणाएं न केवल शाहपुर की जनता को तोहफों संग बड़ी राहत दे रही है,बल्कि सरकार व संगठन में उनके महत्व व कद का एहसास भी करवा रही है।बड़ी बात यह है कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शाहपुर के दौरे पर आए थे,इस दौरान हालांकि कई नेताओं ने जगह-जगह अपने समर्थकों संग मुख्यमंत्री का स्वागत कर खुद को शाहपुर से भाजपा का मजबूत प्रत्याशी बताने का प्रयास भी किया था,लेकिन शाहपुर में सरवीन के पंडाल में उमड़ी जनता खासकर महिलाओं की भीड़ ने सरवीन की मजबूती के साफ संकेत दे दिया तथा यही बजह है कि दो दिन बाद ही शिमला में आयोजित मंत्री मंडल की बैठक में एक के बाद एक शाहपुर को तीन बड़ी सौगातें दे दी।
सरवीन चौधरी इससे पहले शाहपुर को लोक निर्माण विभाग का मंडल कार्यालय,दरिणी को उप कार्यालय,बोह को जेई कार्यालय,बस अड्डा,उप कोषागार,रिडकमार को सरकारी डिग्री कालेज,नागनपट्ट में पीएचसी,हरचक्कियां में आईटीआई,झुलाड में आधुनिक बीज वर्गीकरण केंद्र,अग्निश्मन केंद्र,उप रोजगार कार्यालय,चड़ी व लपियाणा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दर्जा,मॉडल करियर सेंटर,शाहपुर को नगर पंचायत का दर्जा सहित कई तोहफे दे चुकी है।इसके अलावा शाहपुर में कल्याडा नागनपट्ट के बाद अब शाहपुर में भी इंडोर को मंजूरी मिल गई है।इसके लिए एक करोड़ की पहली क़िस्त भी आ गई है।
लोगों की माने तो शाहपुर को मिल रहे बड़े कार्यालय व तोहफे सरकार में सरवीन का कद बताने को काफी है।लोगों में अब यह भी चर्चा शुरू हो गई है कि विरोधी सरवीन व मुख्यमंत्री के बीच सही सबंध न होने की बात कर कई तरह की अफवाहें फैला रहे है,लेकिन प्रश्न यह है कि अगर सरवीन के मुख्यमंत्री के साथ बेहतर सबंध न होते तो क्या शाहपुर को इतनी सौगातें मिलती।विरोधियों पर सवाल यह भी उठ रहे है कि सरकार में अगर सरवीन को नजरअंदाज किया होता तो मुख्यमंत्री व मंत्रिमंडल शाहपुर की उन महत्वपूर्ण व बड़ी विकासात्मक योजनाओं को सीधा कैबिनेट की बैठक में मंजूरी मिलती,जिनकी किसी मंच पर घोषणा भी न हुई हो।
खैर कुछ भी कहा जाए,लेकिन हकीकत यहीं है कि सरवीन ने जिस तरह से शाहपुर के लिए विकासात्मक कार्य व बड़ी-बड़ी योजनाओं की झड़ी लगाई है,उसकी चर्चा घर-घर में जरूर शुरू हो गई है।