आवाज ए हिमाचल
24 जून। पुल न होने के चलते लंबे समय तक सुर्खियों में रहा शाहपुर के लपियाणा का गांव पलवां नया इतिहास रचने जा रहा है।इस गांव के लोगों को अब भारी बरसात में अपनी जान जोखिम में डाल कर तैर कर या राशियों के सहारे नाला पार नहीं करना पड़ेगा।यह गांव जल्द ही पुल से जुड़ने जा रहा है।प्रदेश की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी की बदौलत इस गांव के बच्चों,बुजुर्गों,महिलाओं व अन्य लोगों के चेहरे पर रौनक आ गई है।यह रौनक यूंही नहीं आई है,इसके पीछे भी एक बड़ी बजह है।पुल न होने के चलते काला पानी की सजा भुगत रहे इस गांव के लोग अब पिछड़ेपन से बाहर आ जाएंगे।नाले में पानी का उफान आने के बाबजूद यहां के बच्चें बड़े आराम से स्कूल जा पाएंगे।लोगों को गांव से बाहर जाने के लिए उफनता नाला पार नहीं करना पड़ेगा।इस गांव के लिए 2 करोड़ 29 लाख रुपए की लागत से पन्धु में पुल बनने जा रहा है।अहम यह है कि इस पुल का कार्य भी शुरू हो गया है।
यह पुल नवार्ड योजना के तहत बनाया जा रहा है।इस पुल की लंबाई 50 मीटर है।बुधवार को लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता विजय वर्मा व सहायक अभियंता बलवीत दियोलिया ने मौके पर पहुंच कर पुल का कार्य शुरू करवाया।यहां बता दे कि पुल न होने के चलते पलवां गांव लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर थे।इस गांव में आने-जाने के लिए नाला क्रॉस करना पड़ता है।बड़ी बात यह है कि बरसात में इस नाले का जलस्तर बढ़ जाता है,जिस कारण लोगों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।पंचायत ने हालांकि यहां पुली का निर्माण करवाया था,लेकिन वे पानी में बह गई थी,जिसके बाद लोगों को कभी रस्सी तो कभी गाड़ियों के टायर की ट्यूब का इस्तेमाल कर नाला पार करना पड़ता था।यह मुद्दा आवाज़ ए हिमाचल मीडिया ग्रुप ने भी जोर शोर से उठाया था,इसके अलावा राष्ट्रीय मीडिया में भी यह काफी सुर्खियों में रहा था,लोगों की दिक्कत को देखते हुए सरवीण चौधरी ने यहां पुल निर्माण का एलान किया था,जो आज मूरतरूप लेने जा रहा है।सरवीण की बदौलत इस गांव के बच्चों, बुजुर्गों सहित प्रत्येक व्यक्ति का चेहरा खुशी से चमक उठा है।लोगों में खुशी की लहर है।